संदर्भ:
हाल ही में, केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने एक कार्यक्रम में घोषणा की कि मध्य प्रदेश ने पीएम स्वनिधि योजना के तहत ‘सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य’ श्रेणी का पुरस्कार जीता है।
मुख्य अंश
- मध्य प्रदेश के बाद असम ने ‘सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य – नवाचार और सर्वोत्तम कार्य पुरस्कार’ श्रेणी में दूसरा स्थान हासिल किया है।
- दिल्ली नगर निगम (MCD) को ‘सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले यूएलबी – मेगा और मिलियन प्लस शहरों के साथ ऋण प्रदर्शन’ श्रेणी में प्रथम स्थान दिया गया है।
दिल्ली नगर निगम के बाद बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) और अहमदाबाद नगर निगम का स्थान है।
पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि)
- इस योजना की शुरुआत 1 जून, 2020 (कोविड-19 महामारी के दौरान) को की गई थी और इसे दिसंबर 2024 तक बढ़ा दिया गया है।
- यह केंद्रीय क्षेत्र सुक्ष्म-ऋण योजना आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) द्वारा फुटपाथ विक्रेताओं (street vendors) को सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई है।
- यह योजना ₹10,000 के कार्यशील पूंजी संपार्श्विक-मुक्त ऋण की सुविधा प्रदान करती है, जिसके बाद ₹20,000 और ₹50,000 के ऋण 7% ब्याज सब्सिडी के साथ दिए जाते हैं, बशर्ते कि पहला ऋण चुकौती पूरा हो जाए।
- इस योजना का उद्देश्य फुटपाथ विक्रेताओं के बीच डिजिटल लेनदेन के उपयोग को बढ़ावा देकर भारत में डिजिटल मौजूदगी को बढ़ाना है।
- डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए फुटपाथ विक्रेताओं को प्रति माह 100 रुपये तक का कैशबैक दिया जाता है।
फुटपाथ विक्रेता कौन हैं?
- कोई भी व्यक्ति जो अस्थायी ढांचों से या एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर सड़कों, फुटपाथों, सड़क किनारे (पटरी) आदि जगहों पर वस्तुओं, सामानों, खाद्य पदार्थों को बेचने या जनता को सेवाएं प्रदान करने में शामिल हैं।
उनके द्वारा बेची गई वस्तुओं में निम्नलिखित शामिल हैं: –
- सब्जियां, फल और खाने हेतु तैयार स्ट्रीट फूड से लेकर चाय, पकौड़े, ब्रेड, अंडे, वस्त्र, परिधान, कारीगर उत्पाद, किताबें और स्टेशनरी।
- प्रदान की जाने वाली सेवाओं: नाई की दुकानें, मोची, पान की दुकानें और कपड़े धोने की सेवाएं।