सिलेबस

GS-3: इंफ्रास्ट्रक्चर: एनर्जी, पोर्ट, रोड, एयरपोर्ट, रेलवे वगैरह।

संदर्भ: मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए PM गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान के चार साल पूरे हो रहे हैं।

पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान

अन्य संबंधित जानकारी -;

  • लॉन्च करने का  उद्देश्य: इसे 2021 में लॉन्च किया गया था जिसका उद्देश्य निर्बाध मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना, अंतिम-मील पहुंच में सुधार करना और लोगों, वस्तुओं और सेवाओं के लिए यात्रा समय को कम करना है।
  • सात कोर इंजन: यह पहल सात ग्रोथ इंजन के ज़रिए चलती है, जो रेलवे, सड़क, पोर्ट, वॉटरवे, एयरपोर्ट, मास ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर हैं, जिन्हें एनर्जी ट्रांसमिशन, IT कम्युनिकेशन, बल्क वॉटर और सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे सेक्टर से सपोर्ट मिलता है।
  • ट्रांसफॉर्मेशन अप्रोच: यह सेंट्रल, स्टेट और प्राइवेट सेक्टर की मिलकर की गई कोशिशों से इकोनॉमिक ग्रोथ और सस्टेनेबल डेवलपमेंट पाने के लिए एक ट्रांसफॉर्मेटिव स्ट्रेटेजी दिखाता है।
  • डिजिटल इंटीग्रेशन: मास्टर प्लान को BISAG-N के बनाए एक डायनामिक GIS-बेस्ड डिजिटल प्लेटफॉर्म पर होस्ट किया गया है, जिसमें अलग-अलग मिनिस्ट्रीज़ के 200 से ज़्यादा डेटा लेयर्स को इंटीग्रेट किया गया है ताकि रियल-टाइम मॉनिटरिंग, रिव्यू और कोऑर्डिनेशन हो सके।

पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान की उपलब्धियां

  • इंटीग्रेटेड गवर्नेंस: कोऑर्डिनेटेड इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग के लिए 44 सेंट्रल मिनिस्ट्री और सभी 36 राज्यों/UTs को एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक साथ लाना।
  • प्रोजेक्ट इवैल्यूएशन: नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (NPG) ने मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी, लास्ट-माइल इंटीग्रेशन और ऑप्टिमाइज्ड लॉजिस्टिक्स प्रिंसिपल्स को अप्लाई करते हुए 300 से ज़्यादा बड़े प्रोजेक्ट्स का असेसमेंट किया।
  • राज्य और ज़िला विस्तार: सभी राज्यों/UTs ने नेशनल मास्टर प्लान के साथ अलाइन स्टेट मास्टर प्लान पोर्टल बनाए; BISAG-N-सपोर्टेड डिस्ट्रिक्ट मास्टर प्लान पोर्टल के ज़रिए 28 एस्पिरेशनल ज़िलों तक डिस्ट्रिक्ट-लेवल प्लानिंग को बढ़ाया गया।
  • सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर इंटीग्रेशन: यह प्लेटफॉर्म अब स्कूल, हॉस्पिटल, आंगनवाड़ी और दूसरी सोशल सुविधाओं की प्लानिंग में मदद करता है, और हेल्थ, एजुकेशन और ट्राइबल डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर में कमियों को पूरा करता है।
  • कैपेसिटी बिल्डिंग: iGOT कोर्स और वर्कशॉप के ज़रिए 20,000 से ज़्यादा अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई; DPIIT ने स्किल डेवलपमेंट और टेक्निकल सहयोग के लिए गति शक्ति विश्वविद्यालय और कोरिया ट्रांसपोर्ट इंस्टीट्यूट के साथ MoU साइन किए।
  • ग्लोबल आउटरीच: जियोस्पेशियल और मल्टीमॉडल प्लानिंग मॉडल को बढ़ावा देने के लिए नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और सेनेगल जैसे देशों के साथ पार्टनरशिप की गई।
  • पब्लिक एंगेजमेंट: नई दिल्ली में शुरू हुआ PM गति शक्ति अनुभूति केंद्र, होलोग्राफिक और AR-VR टेक्नोलॉजी के ज़रिए भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव को दिखाने वाले एक इंटरैक्टिव हब के तौर पर काम करता है।

कार्यान्वयन में चुनौतियाँ

  • ज़मीन अधिग्रहण और पर्यावरण मंज़ूरी: झगड़े, पुनर्वास की चिंताएं और लंबे रेगुलेटरी प्रोसेस जैसी लगातार चुनौतियों की वजह से प्रोजेक्ट्स में देरी हो रही है।
  • फंडिंग और इन्वेस्टमेंट: सरकारी फाइनेंस की कमी और प्राइवेट सेक्टर की कमजोर क्रेडिट ग्रोथ की वजह से अक्सर प्रोजेक्ट के लिए सही फंडिंग नहीं मिल पाती।
  • डेटा और टेक्नोलॉजी: ज़मीन का अधूरा डिजिटाइज़ेशन और खराब डेटा क्वालिटी प्लानिंग में रुकावट डालती है, जबकि एडवांस्ड जियोस्पेशियल टूल्स अपनाने के लिए स्किल्ड लोगों और ज़्यादा इन्वेस्टमेंट की ज़रूरत होती है।
  • कोऑर्डिनेशन और अप्रूवल: प्लान में इंटीग्रेशन पर फोकस होने के बावजूद, डिपार्टमेंट के बीच खराब कोऑर्डिनेशन और अप्रूवल में देरी बड़ी रुकावटें बनी हुई हैं।

आगे बढ़ने का रास्ता

  • प्राइवेट सेक्टर के लिए गति शक्ति प्लेटफॉर्म खोलना : प्राइवेट कंपनियों को नॉन-सेंसिटिव डेटा तक एक्सेस देने से ज़्यादा सहयोग और ट्रांसपेरेंसी को बढ़ावा मिल सकता है।
  • एक डेडिकेटेड टीम बनाना : मास्टर प्लान के लिए सही और समय पर डेटा लेयर अपडेट पक्का करने के लिए, संबंधित डिपार्टमेंट की एक्सपर्टाइज़ वाली स्पेशल टीम बनाएं।
  • एक्टिविटीज़ को सिंक्रोनाइज़ करना : अलग-अलग डिपार्टमेंट और गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल पर एक्टिविटीज़ को सिंक्रोनाइज़ करने के लिए प्लान का इस्तेमाल करें, यह पक्का करें कि देरी से बचने के लिए प्लानिंग और एग्ज़िक्यूशन पूरी तरह से कोऑर्डिनेटेड हों।
  • नेटवर्क मैपिंग टूल्स का इस्तेमाल करना : लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर को मैप करने, कमियों को पहचानने और राज्य लेवल पर डेटा-ड्रिवन मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को आसान बनाने के लिए LEADS (लॉजिस्टिक्स ईज़ अक्रॉस डिफरेंट स्टेट्स) जैसे टूल्स का इस्तेमाल करें।

Sources:
Ibef
Pibgov
Newsonair

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