संदर्भ:
भारत के प्रधानमंत्री ने पीएम-किसान सम्मान निधि की 17 वीं किस्त जारी की।
अन्य संबंधित जानकारी
- देश भर में 9.26 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसानों को 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि की पीएम किसान की 17वीं किस्त वितरित की गई।
- प्रधानमंत्री ने पैरा-विस्तार कार्यकर्ताओं के रूप में कार्य करने के लिए ‘कृषि सखियों’ के रूप में प्रशिक्षित स्वयं सहायता समूहों के 30,000 से अधिक सदस्यों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
कृषि सखी कार्यक्रम चरण-1 में 12 राज्यों में शुरू किया गया है: गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, ओडिशा, झारखंड, आंध्र प्रदेश और मेघालय। - यह कार्यक्रम केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से आयोजित किया गया था।
किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान)
- यह एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना (पूर्णत: केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित) है, जिसे 24 फरवरी 2019 को सभी भूमिधारक किसानों की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शुरू किया गया था।
- पीएम-किसान के तहत, प्रति वर्ष 6,000 रुपये का वित्तीय लाभ तीन समान किस्तों में, हर चार महीने में, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) मोड के माध्यम से देश भर के किसान परिवारों के बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाता है।
- राज्य सरकार और केन्द्र शासित प्रदेश प्रशासन उन किसान परिवारों की पहचान करते हैं जो योजना के दिशानिर्देशों के अनुसार सहायता के लिए पात्र हैं।
- योजना की शुरूआत से अब तक लाभार्थियों को हस्तांतरित की गई कुल राशि 3.24 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगी।
- शुरुआत में जब 24 फरवरी 2019 को पीएम-किसान योजना शुरू की गई थी, तो इसका लाभ केवल छोटे और सीमांत किसानों के परिवारों को ही मिलता था, जिनके पास संयुक्त रूप से 2 हेक्टेयर तक की ज़मीन थी। बाद में 1.6.2019 से इस योजना को संशोधित किया गया और सभी किसान परिवारों को उनकी ज़मीन के आकार की परवाह किए बिना इसका लाभ दिया गया।