संदर्भ:

हाल ही में वैज्ञानिकों ने साबित किया है कि डार्कनेस हार्मोन (मेलाटोनिन) का नैनो-फार्मूलेशन पार्किंसंस रोग के लिए एक चिकित्सीय समाधान हो सकता है।

अन्य संबंधित जानकारी:

  • भारत के मोहाली स्थित नैनो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (INST) के शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क तक मेलाटोनिन पहुंचाने के लिए मानव सीरम एल्ब्यूमिन (HSA) नैनो-फॉर्मूलेशन के उपयोग की खोज की (इसकी जैव-संगतता के कारण)।
  • शोधकर्ताओं ने मेलाटोनिन के द्वारा ऑक्सीडेटिव तनाव को नियंत्रित करने में काम करने वाले आणविक तंत्र का अध्ययन किया।

ACS एप्लाइड मैटेरियल्स एंड इंटरफेसेस पत्रिका में प्रकाशित उनके निष्कर्षों ने नैनो-मेलाटोनिन के इन-विट्रो और इन-विवो न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभाव को उल्लेखनीय रूप से बेहतर बताया तथा माइटोफैगी  को विनियमित करने में इसके द्वारा प्रभावित आणविक/कोशिकीय गतिशीलता पर भी प्रकाश डाला। 

मुख्य बिन्दु:

  • नैनो-मेलाटोनिन ने एंटीऑक्सीडेंट और न्यूरोप्रोटेक्टिव गुणों को बढ़ाया जिससे माइटोफैगी  और माइटोकॉन्ड्रियल की जैव उत्‍पति प्रक्रिया में सुधार हुआ है। नैनो-मेलाटोनिन के निरंतर स्राव और मस्तिष्क तक लक्षित वितरण के परिणामस्वरूप नियमित मेलाटोनिन की तुलना में उच्च चिकित्सीय प्रभावकारिता प्राप्त हुई। 
  • अध्ययन से पता चला कि नैनो-फॉर्म्युलेटेड मेलाटोनिन दवा को निरंतर स्राव  करता है और बेहतर जैव उपलब्धता सुनिश्चित करता है।
  • प्रमुख एपिजेनेटिक विनियामक, BMI1 के अपरेगुलेशन के माध्यम से बढ़े हुए एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव को माइटोफैगी प्रेरण से जोड़ा गया । 
  • नैनो-फार्मूलेशन ने रोटेनोन (पार्किंसंस से जुड़ा एक रसायन) द्वारा प्रेरित विषाक्तता के खिलाफ न्यूरॉन्स की भी रक्षा करता है 
  • इस पद्धति से पार्किंसंस और संभवतः कोशिका क्षति से जुड़ी अन्य स्थितियों के लिए बेहतर उपचार संभव हो सकता है।
  • निरंतर अनुसंधान से मेलाटोनिन को एक सुरक्षित दवा के रूप में स्थापित किया जा सकता है जिससे रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।

पार्किंसंस रोग (PD)

  • एक सामान्य तंत्रिका संबंधी विकार जिसमें मस्तिष्क में डोपामाइन उत्पन्न करने वाले न्यूरॉन्स असामान्य प्रोटीन (सिनुक्लिन) के निर्माण के कारण नष्ट हो जाते हैं जिससे रोग से संबंधित शारीरिक गतिविधि की समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

लक्षण

  • अनपेक्षित या अनियंत्रित गतिविधियों में कंपन, अकड़न, संतुलन और समन्वय में कठिनाई, मानसिक और व्यवहारिक परिवर्तन, नींद की समस्याएं, अवसाद, स्मृति संबंधी कठिनाइयां और थकान शामिल हैं।

मेलाटोनिन

  • अंधेरे के प्रति प्रतिक्रिया में मस्तिष्क द्वारा उत्पादित एक हार्मोन।
  • नींद-जागने के चक्र को नियंत्रित करता है और अनिद्रा के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है।
  • मेलाटोनिन माइटोफैगी को प्रेरित करने में सहायता कर सकता है, संभावित रूप से ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकता है और पार्किंसंस रोग में न्यूरॉन्स की रक्षा कर सकता है।

माइटोफैगी

  • एक प्रक्रिया जिसमें मस्तिष्क क्षतिग्रस्त माइटोकॉन्ड्रिया (कोशिका की ऊर्जा फैक्ट्री) को हटा देता है।
  • यह ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में सहायता करता है, जो पार्किंसंस रोग में महत्वपूर्ण है।
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