यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर–बस्ती मंडल के चार जनपदों से होकर गुजरेगा, जिसकी लंबाई लगभग 86 किलोमीटर होगी।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:
पहले इस एक्सप्रेसवे को शामली तक ही समाप्त करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन अब इसे हरियाणा के पानीपत तक विस्तारित किया जा रहा है।
गोरखपुर से यह एक्सप्रेसवे सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से भी जुड़ा होगा, जिससे उत्तर भारत का एक नया सड़क नेटवर्क विकसित होगा।
पानीपत गोरखपुर एक्सप्रेसवे:
उद्देश्य: इसका उद्देश्य पूर्वी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच संपर्क में क्रांति लाना है।
डिज़ाइन मापदंड:
इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 750 किलोमीटर होगी।
यह 4- से 6-लेन का हाई-स्पीड कॉरिडोर होगा, जिसे भविष्य में 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
इस मेगा प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत लगभग ₹15,000 करोड़ है।
उत्तर प्रदेश में कवरेज:
यह एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से शुरू होगा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पार करेगा और शामली से होते हुए हरियाणा के पानीपत तक पहुंचेगा।
यह उत्तर प्रदेश के लगभग 21 जिलों को सीधे जोड़ेगा।
महत्व:
यह एक्सप्रेसवे माल ढुलाई की गति बढ़ाएगा, अवसंरचना के लागत को काफी कम करेगा, और पूरे क्षेत्र में आर्थिक एवं औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा।
निर्बाध श्रम संपर्क (Seamless labour connectivity): यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों के लिए पानीपत में रोजगार के अवसर प्रदान करने में मदद करेगा, जहाँ वस्त्र, कृषि-आधारित उद्योग, लकड़ी और फर्नीचर निर्माण, और कागज उत्पादन सहित 4,000 से अधिक औद्योगिक इकाइयाँ हैं।