संदर्भ:
हाल ही में, पाकिस्तान में इस वर्ष पोलियोवायरस के दूसरे मामले की पुष्टि की गई है।
अन्य संबंधित जानकारी
- इस्लामाबाद स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान में पोलियो उन्मूलन के लिए क्षेत्रीय संदर्भ प्रयोगशाला (Reference Laboratory for Polio Eradication) ने पुष्टि की है कि सिंध के बादिन जिले में वाइल्ड पोलियोवायरस टाइप 1 (WPV1) का एक नया संक्रमण सामने आया है।
- इस वर्ष का पहला मामला इससे पहले पाकिस्तान के दक्षिण खैबर-पख्तूनख्वा (KP) प्रांत के डेरा इस्माइल खान जिले से सामने आया था।
- वर्ष 2024 में पाकिस्तान में पोलियो के 74 पुष्ट मामले सामने आए थे।
पोलियो के बारे में
पोलियोमाइलाइटिस या पोलियो, पोलियोवायरस के कारण होने वाला एक अत्यधिक संक्रामक वायरल रोग है जो मुख्य रूप से 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को प्रभावित करता है।
पोलियोवायरस एक गैर-आवरण, सकारात्मक, एकल-रज्जुक वाला RNA वायरस है, जिसकी पहचान 1908 में कार्ल लैंडस्टीनर और एर्विन पॉपर द्वारा की गई थी।
यह वायरस मुख्य रूप से मल-मौखिक मार्ग से या कभी-कभी दूषित जल या भोजन के माध्यम से व्यक्ति से व्यक्ति में फैलता है।
वायरस आंत में बढ़ता है, जहाँ से यह तंत्रिका तंत्र पर आक्रमण कर सकता है, जिससे पक्षाघात हो सकता है और गंभीर मामलों में मृत्यु भी हो सकती है।
पोलियो का कोई इलाज नहीं है, इसे केवल रोका जा सकता है ।
मनुष्यों में व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली पहली पोलियो वैक्सीन 1950 के दशक की शुरुआत में अमेरिकी चिकित्सक जोनास साल्क द्वारा विकसित की गई थी।
कई बार दी जाने वाली पोलियो वैक्सीन बच्चे को जीवनभर सुरक्षित रख सकती है। इसके दो टीके उपलब्ध हैं:
- ओरल पोलियो वैक्सीन (OPV): यह सुरक्षित और अधिक प्रभावी है, और पोलियो उन्मूलन में इसका उपयोग किया जाता है। OPV के विभिन्न प्रकार हैं जो पोलियो के एक, दो के संयोजन या सभी तीन अलग-अलग सीरोटाइप – प्रकार 1, 2, और/या 3 से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
- निष्क्रिय पोलियो वैक्सीन (OPV): इसमें सभी तीन प्रकार के पोलियोवायरस के निष्क्रिय (मारे गए) उपभेद शामिल होते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पोलियो टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष 24 अक्टूबर को विश्व पोलियो दिवस मनाता है।
पोलियो के प्रकार:

- वाइल्ड पोलियोवायरस (WPV) : वायरस का प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला प्रकार, जो पोलियो के अधिकांश मामलों के लिए जिम्मेदार है।
- जंगली पोलियोवायरस के तीन प्रकार हैं – टाइप 1, टाइप 2 और टाइप 3। किसी देश को पोलियो मुक्त घोषित करने के लिए तीनों प्रकार के संचरण को रोकना होगा।
- वैक्सीन-व्युत्पन्न पोलियोवायरस (VDPV) : ऐसा तब होता है जब मौखिक पोलियो वैक्सीन (OPV) में कमज़ोर वायरस उत्परिवर्तित होता है और कम टीकाकरण कवरेज वाले समुदायों में फैलता है। यह पोलियोमाइलाइटिस के उन्मूलन के लिए वैश्विक चुनौतियों में से एक है