संदर्भ:
हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम (LHDCP) के संशोधन को मंजूरी दी है।
अन्य संबंधित जानकारी
- दो वर्षों अर्थात 2024-25 और 2025-26 के लिए योजना का कुल परिव्यय 3880 करोड़ रुपये है।
- इसमें औषधि घटक के तहत “अच्छी गुणवत्ता और सस्ती” जेनेरिक पशु चिकित्सा दवा और दवाओं की बिक्री के लिए प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए 75 करोड़ रुपये का प्रावधान भी शामिल है।
पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम (LHDCP)
- आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2003 में ‘पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण’ पर केन्द्र प्रायोजित योजना के कार्यान्वयन को मंजूरी दी थी।
- LHDCP योजना निम्नलिखित बीमारियों जैसे खुरपका और मुंहपका रोग (FMD), ब्रुसेलोसिस, पेस्ट डेस पेटिट्स रूमिनेंट्स (PPR)), सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूइड (CSF), लम्पी स्किन डिजीज आदि बीमारियों को लक्षित करती है।
- इस योजना के अंतर्गत किसानों को पशु चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयां (MVUs) उपलब्ध कराई जाएंगी, प्रति एक लाख पशुधन पर एक एमवीयू उपलब्ध होगी।
उद्देश्य:
- 53.5 करोड़ पशुओं, जिनमें गाय, भैंस, भेड़, बकरी और सूअर शामिल हैं, को खुरपका और मुंहपका रोग (FMD) के विरुद्ध हर दो साल में टीका लगाया जाएगा।
- ब्रुसेलोसिस के विरुद्ध प्रतिवर्ष 3.9 करोड़ मादा गोजातीय बछड़ों (4-8 महीने की आयु) का टीकाकरण करना।
- 2030 तक सभी भेड़ों और बकरियों का टीकाकरण करके पेस्टे डेस पेटिट्स रुमिनेंट्स को समाप्त करना तथा सम्पूर्ण सूअर आबादी का टीकाकरण करके क्लासिकल स्वाइन फीवर को नियंत्रित करना।
योजना के घटक : योजना के निम्नलिखित तीन घटक हैं –
1. राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NADCP): इसका उद्देश्य टीकाकरण के माध्यम से 2025 तक FMD को नियंत्रित करना और 2030 तक इसका उन्मूलन करना है।
- नौ राज्य FMD मुक्त क्षेत्र घोषित होने के लिए तैयार हैं। इनमें पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं।
2. पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण (LH&DC): इसके तीन उप-घटक हैं:
- गंभीर पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (CADCP): इसका उद्देश्य दो प्रमुख रोगों, अर्थात् PPR और CSF का उन्मूलन और नियंत्रण करना है।
- स्थापना और सुदृढ़ीकरण – मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई (ESVHD-MVU): यह मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों के माध्यम से पशुधन स्वास्थ्य देखभाल की डोर-स्टेप डिलीवरी प्रदान करता है।
- पशु रोगों के नियंत्रण के लिए राज्यों को सहायता (ASCAD): इसके अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा पशु रोगों पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार को धनराशि प्रदान की जाती है।
3. पशु औषधि : यह जन औषधि योजना के समान योजना का नया घटक है ।
विभिन्न घटकों के लिए वित्तपोषण पैटर्न
- NADCP और CADCP के लिए वित्तपोषण पैटर्न 100% केंद्रीय सहायता है।
- इसके अतिरिक्त, ASCAD जैसे अन्य घटकों के लिए केंद्र और राज्य के बीच वित्तपोषण पैटर्न 60:40 है, जबकि पहाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए यह 90:10 (केंद्र से राज्य हिस्सेदारी के आधार पर) और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए 100% है।