संदर्भ:
76 वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, केंद्र सरकार ने प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार के प्राप्तकर्ताओं के नाम की घोषणा की।
अन्य संबंधित जानकारियाँ
- वर्ष 2025 के लिए, राष्ट्रपति ने 1 युगल (युगल की स्थिति में, पुरस्कार को एक माना जाता है) सहित 139 पद्म पुरस्कारों को प्रदान करने की मंजूरी दी है।
- इस सूची में 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं।
- पुरस्कार पाने वालों की सूची में 23 महिलाएँ, तथा विदेशी नगरिकी/NRI/PIO/OCI श्रेणी से 10 व्यक्ति के साथ-साथ 13 मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं।
पद्म पुरस्कारों के बारे में
- वर्ष 1954 में स्थापित पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक हैं। इनकी घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है।
- इन पुरस्कारों का उद्देश्य सार्वजनिक सेवा के तत्व वाले सभी गतिविधियों या विषयों में उपलब्धियों को मान्यता देना है।
- सामान्यतः, इन पुरस्कारों को भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रति वर्ष मार्च/अप्रैल के महीने में प्रदान किया जाता हैं। इसमें पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाण पत्र) और एक पदक (medallion) प्रदान किया जाता है।
- एक वर्ष में प्रदान किए जाने वाले पुरस्कारों की कुल संख्या (मरणोपरांत तथा NRI/विदेशी नागरिक/OCIs को दिए जाने वाले पुरस्कारों को छोड़कर) 120 से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- यह पुरस्कार किसी उपाधि के समान नहीं होता है और इसका उपयोग पुरस्कार विजेताओं के नाम के साथ प्रत्यय या उपसर्ग के रूप में नहीं किया जा सकता है।
- इसके नियम के अनुसार, पुरस्कार मरणोपरांत नहीं दिए जाते है। हालाँकि, अत्यधिक योग्य व्यक्ति की स्थिति में, सरकार मरणोपरांत पुरस्कार देने पर विचार कर सकती है।
यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं:
- असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए पद्म विभूषण;
- उच्च स्तरीय विशिष्ट सेवा के लिए पद्म भूषण; तथा
- विशिष्ट सेवा के लिए पद्मश्री।
पात्रता एवं नामांकन (नॉमिनेशन):
- जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं।
- हालाँकि, डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में कार्य करने वाले सरकारी कर्मचारी इन पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं।
- पद्म पुरस्कार की उच्च श्रेणी केवल उस व्यक्ति को प्रदान की जा सकती है, जिसे पहले पद्म पुरस्कार प्रदान किए जाने के बाद कम से कम पाँच वर्ष की अवधि बीत चुकी हो। हालाँकि, अत्यधिक योग्य व्यक्ति के मामलों में, पुरस्कार समिति द्वारा छूट दी जा सकती है ।
- नामांकन प्रक्रिया जनता के लिए खुली है तथा इसके लिए स्व-नामांकन भी स्वीकार किये जाते हैं।
चयन प्रक्रिया:
- पद्म पुरस्कार समिति की सिफारिशों के आधार पर पद्म पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। प्रत्येक वर्ष प्रधानमंत्री द्वारा इसका गठन किया जाता है।
- पद्म पुरस्कार समिति की अध्यक्षता कैबिनेट सचिव करते हैं तथा इसमें गृह सचिव, राष्ट्रपति के सचिव तथा चार से छह प्रतिष्ठित व्यक्ति सदस्य के रूप में शामिल होते हैं।
- इस समिति की सिफारिशें अनुमोदन हेतु प्रधानमंत्री और भारत के राष्ट्रपति के समक्ष प्रस्तुत की जाती हैं।