संदर्भ: हाल ही में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को लखनऊ में प्रस्तावित ‘नौसेना शौर्य संग्रहालय’ का समय पर निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:
- प्रदेश के संस्कृति विभाग के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि संग्रहालय में भारतीय नौसेना की बहादुरी और भारत की समुद्री विरासत के समृद्ध सभ्यतागत इतिहास को शामिल किया जाना चाहिए।
- यह भारतीय नौसेना के अदम्य पराक्रम और हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की समुद्री क्षमताओं के जीवंत प्रतीक के रूप में कार्य करेगा।
- यह संग्रहालय उत्तर प्रदेश की प्राचीन समुद्री विरासत को पुनर्जीवित करेगा, जो कभी भारत के तटीय व्यापार और हिंद महासागर संपर्क में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता था।
नौसेना शौर्य संग्रहालय:
- शुभारंभ: वर्ष 2022 में, राज्य की राजधानी के लिए एक नए सांस्कृतिक स्थल और गौरव के प्रतीक के रूप में।
- प्रस्तावित क्षेत्र और क्षेत्रीय प्रभाग: इसका क्षेत्रफल 15,800 वर्ग मीटर है तथा इसकी डिजाइन प्रेरणा नौसेना ज्यामिति से ली गई है।
- यह परिसर दो मुख्य क्षेत्रों में विभाजित है – व्याख्या केंद्र और ओपन-एयर संग्रहालय, दोनों का उद्देश्य शिक्षा, विरासत और प्रौद्योगिकी को एकीकृत करना है।
 

- डिजाइन विशेषताएँ और स्थायित्व: संग्रहालय को जहाज के अमूर्त रूप में तैयार किया जाएगा, जिसमें जहाज की रेलिंग, पोर्टहोल शैली की खिड़कियाँ, नौसेना वास्तुकला और समुद्री प्रतीक शामिल होंगे।
- इसकी ऊर्जा-कुशल डिजाइन स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक प्रकाश, वेंटिलेशन और हरित निर्माण तकनीकों पर जोर देगी।
 
- प्रमुख घटक: परियोजना को दो प्रमुख खंडों में क्रियान्वित किया जा रहा है – INS गोमती शौर्य स्मारक और नौसेना शौर्य वाटिका।
- INS गोमती (F-21): यह गोदावरी श्रेणी का मिसाइल फ्रिगेट है, जिसने 34 वर्षों तक नौसेना की सेवा की, इसे संग्रहालय के भाग के रूप में स्थायी रूप से संरक्षित किया जाएगा, जिससे आगंतुकों को एक वास्तविक युद्धपोत को देखने का दुर्लभ अवसर मिलेगा।
- नौसेना शौर्य वाटिका मेंएक TU-142 समुद्री निगरानी विमान, जिसने 29 वर्षों तक सेवा दी है, तथा एक सी किंग SK-42B हेलीकॉप्टर शामिल होगा, दोनों को नौसेना बेस से लखनऊ लाया जाएगा।
 
- प्रौद्योगिकी का विरासत से मिलन: संग्रहालय परिसर में कई अनुभवात्मक आकर्षण होंगे, जिनमें 7D थियेटर, विमान वाहक लैंडिंग सिम्युलेटर, युद्धपोत सिम्युलेटर, डिजिटल वॉटर-स्क्रीन शो और समुद्री जीवन एक्वेरियम शामिल हैं।
- ‘ड्रेस लाइक योर हीरोज’ जैसे इंटरैक्टिव प्रदर्शन आगंतुकों को नौसेना कर्मियों के रूप में जीवन का आभासी अनुभव प्रदान करेंगे।
 
श्रद्धांजलि अनुभाग: एक विशेष अनुभाग नौसेना के वीरता पुरस्कारों, प्रमुख अभियानों और स्वदेशी रक्षा नवाचारों को समर्पित होगा।

