संदर्भ:

हाल ही में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नेशनल फॉरेंसिक इंफ्रास्ट्रक्चर एन्हांसमेंट स्कीम (NFIES) को मंजूरी दे दी।

योजना की मुख्य विशेषताएं

  • इस योजना का उद्देश्य देश भर में अधिक से अधिक केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाएं स्थापित करने के अलावा राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (National Forensic Sciences University-NFSU) के परिसरों की स्थापना करना और राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय, दिल्ली के मौजूदा बुनियादी ढांचे में वृद्धि करना है।
  • यह एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जिसका वित्तीय परिव्यय वर्ष 2024-25 से वर्ष 2028-29 तक की अवधि के लिए 2,254.43 करोड़ रुपये है।
  • कैबिनेट का यह फैसला गृह मंत्रालय के प्रस्ताव पर आया है। इस केंद्रीय क्षेत्र की योजना के वित्तीय परिव्यय का प्रावधान गृह मंत्रालय अपने बजट से करेगा।

मंत्रिमंडल ने इस योजना के अंतर्गत निम्नलिखित घटकों को मंजूरी दी है:

  • देश में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के परिसरों की स्थापना।
  • देश में केन्द्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं की स्थापना।
  • राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के दिल्ली परिसर के मौजूदा बुनियादी ढांचे में वृद्धि।

देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय स्थापित किए जाएंगे।

  • • यह योजना प्रशिक्षित फोरेंसिक जनशक्ति (विशेषज्ञों) की कमी को दूर करेगी, फोरेंसिक प्रयोगशालाओं पर मामलों का बोझ/लम्बित मामलों को कम करेगी तथा 90% से अधिक की उच्च दोषसिद्धि दर सुनिश्चित करने के भारत सरकार के लक्ष्य के अनुरूप कार्य करेगी।

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