संदर्भ:
भारत ने पोखरण फायरिंग रेंज में स्वदेशी रूप से विकसित तीसरी पीढ़ी की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) नाग मार्क-2 के सफल फील्ड मूल्यांकन परीक्षण किए हैं।

- यह मिसाइल आधुनिक बख्तरबंद खतरों, जिनमें विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच (ERA) शामिल है, को लक्षित करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
 - परीक्षणों के दौरान मिसाइल ने सभी लक्ष्यों को सफलतापूर्वक नष्ट किया और इसकी न्यूनतम एवं अधिकतम मारक क्षमता को सत्यापित किया गया।
 
- इन परीक्षणों में नाग मिसाइल कैरियर संस्करण-2 (नामिका 2) का भी मूल्यांकन किया गया। सभी मूल्यांकन सफलतापूर्वक पूरे होने के बाद यह हथियार प्रणाली भारतीय सेना में शामिल होने के लिए तैयार है।
 - यह मिसाइल फायर-एंड-फॉरगेट तकनीक का उपयोग करती है, जिससे ऑपरेटर लॉन्च से पहले लक्ष्यों को लॉक कर सकते हैं। यह जटिल युद्धक्षेत्र स्थितियों में भी सटीकता से हमला करने में सक्षम है।
 - टेंडम हीट वारहेड, जो बख्तरबंद वाहनों के सबसे कमजोर हिस्सों को निशाना बनाता है और शीर्ष-हमला क्षमता प्रदान करता है।
 - इसमें जेट वेन कंट्रोल (JVC) सिस्टम है जो इसकी गतिशीलता और सटीकता को बेहतर बनाता है।
 - निष्क्रिय होमिंग IIR (इन्फ्रारेड इमेजिंग सीकर) के माध्यम से।
 
तकनीकी विनिर्देश
| पैरामीटर | विशेषता | 
| लंबाई | 1832 मिमी | 
| व्यास | 150 मिमी | 
| मार्गदर्शन प्रणाली | निष्क्रिय होमिंग आईआईआर सीकर | 
| वारहेड | टेंडम | 
| अधिकतम रेंज | 7-10 किमी | 
| न्यूनतम रेंज | 500 मीटर | 
| गति | 220-230 मीटर/सेकंड | 
| वजन | 42 किलोग्राम | 
| तैनाती प्लेटफॉर्म | नामिका, नामिका 2, ALH | 
| ऑपरेशन क्षमता | दिन और रात | 
