प्रसंग:
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MWCD) ने कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) के सहयोग से उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में ‘नव्या’ (NAVYA – नर्चरिंग अस्पिरेशन्स थ्रू वोकेशनल ट्रेनिंग फॉर यंग अडोलेसेंट गर्ल्स) पहल की शुरुआत की।
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य:

- यह पहल किशोरियों को सशक्त बनाने और विकसित भारत@2047 की दृष्टि को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
- ‘नव्या’ कार्यक्रम को कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के राज्य मंत्री द्वारा संयुक्त रूप से लॉन्च किया गया।
- यह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के बीच एक संयुक्त पहल है।
- यह कार्यक्रम 19 राज्यों के 27 आकांक्षी जिलों में लागू किया जाएगा, जिससे सबसे पिछड़े क्षेत्रों तक समान अवसर पहुंचाया जा सके और लड़कियों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार किया जा सके।
- ‘नव्या’ का उद्देश्य किशोरियों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण देना है जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
- प्रशिक्षण में ग्राफिक डिज़ाइन, टेलीकॉम और वित्तीय सेवाएं, स्मार्टफोन और ड्रोन असेंबली, सोलर PV और CCTV इंस्टॉलेशन, और हस्त कढ़ाई जैसे कौशल शामिल हैं, जिससे वे तेजी से बदलते रोजगार बाजार के लिए तैयार हो सकें।
- प्रशिक्षण, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) और पीएम विश्वकर्मा योजना जैसी प्रमुख MSDE योजनाओं के मौजूदा संसाधनों का उपयोग करके दिया जाएगा।
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा चयनित लड़कियों को PMKVY योजना के तहत अल्पकालिक व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- यह प्रशिक्षण केवल रोजगार तक सीमित नहीं होगा, बल्कि लड़कियों को छोटे व्यवसाय शुरू करने और अपना उद्यम स्थापित करने के लिए भी प्रेरित करेगा।
- कार्यक्रम के सफल कार्यान्वयन के लिए ज़िला कौशल समितियों को सशक्त किया जा रहा है ताकि लड़कियों को स्थानीय कौशल विकास कार्यक्रमों, रोजगार मेलों और उद्यमिता के अवसरों से जोड़ा जा सके।