संबंधित पाठ्यक्रम:
सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र 3: आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौती उत्पन्न करने वाले शासन विरोधी तत्वों की भूमिका।
संदर्भ:
हाल ही में, अमेरिकी सरकार ने द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को एक ‘विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO)’ और एक ‘विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) संगठन’ के रूप में नामित किया है।
अन्य संबंधित जानकारी
- विदेश मंत्रालय ने इसे “समयोचित और महत्वपूर्ण कदम” बताया है।
- यह निर्णय TRF द्वारा पहलगाम आतंकवादी हमले की ज़िम्मेदारी लेने के तीन महीने बाद लिया गया है।
द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF)

- TRF लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक छद्म समूह (shadow groups) है, जिसे जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में उग्रवाद को “स्वदेशी रूप” देने के लिए बनाया गया था।
- 5 अगस्त, 2019 को विशेष दर्जा समाप्त किये जाने के तुरंत बाद TRF का उदय हुआ।
- 2020 के मध्य तक, TRF कश्मीर के आतंकवाद के नक्शे पर एक प्रमुख ताकत के रूप में उभर चुका था। वे घाटी में हुए कई हमलों के लिए जिम्मेदार थे जिससे कश्मीर घाटी में सुरक्षा प्रतिष्ठानों का ध्यान उनकी ओर था।
- यद्यपि TRF, लश्कर का सहयोगी है, लेकिन यह घाटी में अन्य आतंकवादी समूहों के साथ मिलकर काम करता है।
- पिछले तीन सालों में, कई नए नाम सामने आए हैं, जैसे कश्मीर फाइट, कश्मीर टाइगर्स इत्यादि| इनके कैडर वही हैं, बस नाम अलग है। ये सभी छद्म समूह हैं।
- लश्कर या जैश के विपरीत, TRF की वैश्विक उपस्थिति नहीं है; इसने स्वयं को जम्मू-कश्मीर तक ही सीमित रखा है।
- 2023 में, इसे भारत सरकार द्वारा गैर-कानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत एक आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया गया था, और समूह के संस्थापक शेख सज्जाद गुल को आतंकवादी घोषित किया गया था।
अमेरिका के कदम का महत्त्व
- यह भारत के लिए एक कूटनीतिक जीत है और पाकिस्तान के लिए एक संदेश है।
- यह आतंकवाद के वित्तपोषण पर अंकुश लगाने के प्रयासों का समर्थन करेगा और अन्य देशों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
- यह TRF को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करता है, इसके लिए दान या अंशदान और इसके साथ आर्थिक लेनदेन का विरोध करता है।
- यह जन जागरूकता बढ़ाता है और अन्य सरकारों को TRF को लेकर सचेत रहने का संकेत देता है।