संदर्भ:
हाल ही में, त्रिपुरा बहुभाषी शासन के लिए डिजिटल इंडिया भाषिणी प्रभाग (DIBD) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाला पहला पूर्वोत्तर राज्य बन गया है।
अन्य संबंधित जानकारी
- इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य त्रिपुरा की समृद्ध क्षेत्रीय भाषाओं के उपयोग को बढ़ावा देना और शासन में इनका उपयोग करके नागरिकों की डिजिटल भागीदारी को सुगम बनाना है।
- वर्तमान में, त्रिपुरा के अनेक नागरिक, विशेष रूप से ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले लोग, भाषा संबंधी बाधाओं के कारण डिजिटल सेवाओं का पूर्ण लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। उन्हें अंग्रेज़ी और हिंदी आधारित सॉफ्टवेयर प्रणालियों को समझने में कठिनाई होती हैं।
- भाषिणी को सीएम हेल्पलाइन, ई-विधान, किसान सहायता ऐप, और ई-डिस्ट्रिक्ट जैसी मौजूदा प्रणालियों में एकीकृत किया जा सकता है, जिससे बहुभाषी संचार को बढ़ावा मिलेगा और अमार सरकार जैसे ऐप के माध्यम से स्थानीय शासन को अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा तथा बहुभाषी तकनीकों के जरिए शिक्षा क्षेत्र में सुधार किया जा सकेगा।
- इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साथ, त्रिपुरा न केवल पूर्वोत्तर में पहला, बल्कि पूर्वी भारत का पहला और पूरे देश में आठवां राज्य बन गया है जिसने भाषिणी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
डिजिटल इंडिया भाषिणी प्रभाग (DIBD)
यह डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन (DIC) के अंतर्गत कार्यरत एक स्वतंत्र व्यापार प्रभाग है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है।
- DIC, कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के तहत एक गैर-लाभकारी कंपनी है, जिसका उद्देश्य आम जनता के लाभ के लिए सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) एवं अन्य उभरती हुई प्रौद्योगिकियों का नवाचार, विकास और कार्यान्वयन करना है।
इसका प्रमुख उद्देश्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और अन्य नवीन तकनीकों का उपयोग करके एक राष्ट्रीय सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित करना है, जिससे विभिन्न भाषाओं में सेवाएं और उत्पाद नागरिकों के लिए सुलभ हो सकें।
भाषिणी
- यह डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत विकसित एक एआई-आधारित भाषा अनुवाद प्लेटफ़ॉर्म है, जो भाषा दान नामक क्राउड-सोर्सिंग पहल के माध्यम से बहुभाषी डेटा संग्रह की सुविधा प्रदान करता है।
- यह 22 भारतीय भाषाओं में निर्बाध संचार और इंटरनेट उपयोग को सक्षम बनाता है।
- इसका उद्देश्य रियल-टाइम अनुवाद की सुविधा प्रदान करके भाषा संबंधी विविधता को सरल बनाना और देशी भाषाओं में टूल, ऐप तथा सेवाओं के निर्माण हेतु डेवलपर्स को ओपन-सोर्स भाषा डेटाबेस उपलब्ध कराना है।
- इसका लक्ष्य डेटा, प्रशिक्षण, बेंचमार्क डेटासेट, ओपन मॉडल और तकनीकी संसाधनों का एक समृद्ध भंडार तैयार करना है।