संदर्भ:

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दो वर्षों में दूसरी बार एमपॉक्स (Mpox) को अंतर्राराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (PHEIC) घोषित किया है।

अन्य संबंधित जानकारी

  • यह घोषणा अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम (IHR) आपातकालीन समिति की एक तत्काल बैठक के बाद की गई, जिसमें विशेष रूप से कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) और अन्य अफ्रीकी देशों में एमपॉक्स की बढ़ती स्थिति की समीक्षा की गई।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जनवरी 2022 और जून 2024 के बीच 116 देशों में एमपॉक्स से संबंधित 208 मौतें और 99,000 से अधिक मामलों की सूचना दी।
  • अफ्रीका सीडीसी ने इस सप्ताह के प्रारंभ में एमपॉक्स प्रकोप को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था, जिसमें मरने वालों की संख्या 500 से अधिक हो गई थी।

ऐतिहासिक संदर्भ और वर्तमान स्थिति

  • दो वर्षों में यह दूसरा मौका है जब एमपॉक्स को अंतर्राराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है।
  • जुलाई 2022 में, एक बहु-देशीय प्रकोप को अंतर्राराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया था, क्योंकि वायरस उन देशों में यौन संपर्क के माध्यम से फैला था, जहां इसे पहले नहीं देखा गया था।
  • हालाँकि, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में स्थिति खराब हो गई है, वर्ष 2024 में अब तक 15,600 से अधिक मामले और 537 मौतें दर्ज की गई हैं, जो वर्ष 2023 में दर्ज किए गए कुल मामलों की संख्या को पार कर गयी। 

एमपॉक्स 

  • एमपॉक्स (Mpox), जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था, ऑर्थोपॉक्स वायरस के कारण होता है, जिसे पहली बार वर्ष 1970 में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में मनुष्यों में पहचाना गया था। 
  • यह एक जूनोटिक (पशुजन्य) वायरस है, जिसका अर्थ है कि यह जानवरों से मनुष्यों में फैल सकता है। इसका संचरण संक्रमित जानवरों, मनुष्यों या दूषित सामग्रियों के साथ सीधे संपर्क के माध्यम से होता है।
  • एमपॉक्स वायरस के दो उप-प्रकार हैं: क्लेड I (अधिक घातक) और क्लेड II (कम गंभीर)
  • यह आम तौर पर हल्के लक्षणों के साथ प्रकट होता है लेकिन दुर्लभ मामलों में घातक हो सकता है।
  • यह रोग फ्लू जैसे लक्षणों और त्वचा पर मवाद से भरे घावों के साथ प्रकट होता है। 
  • क्लेड 1बी के उभरने से स्वास्थ्य अधिकारी विशेष रूप से चिंतित हो गए हैं, क्योंकि यह बुरुंडी, केन्या, रवांडा और युगांडा जैसे देशों में फैल गया है, जहां पहले एमपॉक्स के मामले सामने नहीं आए थे।

विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रतिक्रिया और वित्तपोषण आवश्यकताएँ

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन को इसकी निगरानी, तैयारी और प्रतिक्रिया गतिविधियों के लिए प्रारंभिक 15 मिलियन अमेरिकी डॉलर की तत्काल वित्तपोषण की आवश्यकता का अनुमान है।
  • एमपॉक्स के लिए वर्तमान में दो टीके उपयोग में हैं, जिन्हें विश्व स्वास्थ्य संगठन के टीकाकरण संबंधी विशेषज्ञों के रणनीतिक सलाहकार समूह (SAGE) द्वारा अनुशंसित किया गया है। इन टीकों को नाइजीरिया और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य सहित प्रभावित देशों में राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरणों द्वारा भी अनुमोदित किया गया है।  

अंतर्राराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (PHEIC)

अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम (2005) के तहत अंतर्राराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल को एक असाधारण घटना के रूप में परिभाषित किया गया है जो बीमारी के अंतरराष्ट्रीय प्रसार के माध्यम से सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति जोखिम पैदा करती है और जिसके लिए समन्वित वैश्विक प्रतिक्रिया की आवश्यकता हो सकती है। अंतर्राराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के मानदंड में निम्न शामिल हैं:

  • स्थिति गंभीर, अचानक, असामान्य या अप्रत्याशित हो।
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य पर प्रभाव प्रभावित देश की सीमाओं से परे तक फैल सकता है।
  • तत्काल अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई की आवश्यकता।
  • वर्ष 2005 के अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम के तहत राज्यों का कानूनी कर्तव्य है कि वे अंतर्राराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल पर तुरंत प्रतिक्रिया दें।

वर्ष 2007 और वर्ष 2020 के बीच निम्न छह अवसरों को अंतर्राराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया:

  • एच1एन1 इन्फ्लूएंजा महामारी, (2009)
  • इबोला (2013-15, 2018-20)
  • पोलियोमाइलाइटिस (2014-वर्तमान)
  • ज़ीका (2016)
  • कोविड-19 (2020-वर्तमान)

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