संदर्भ:
हाल ही में, उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 62 राजकीय ITI और आविष्कार, नवाचार, ऊष्मायन और प्रशिक्षण केंद्रों (CIIIT) के लिए 5 केंद्रों के उन्नयन हेतु टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड(TTL) के साथ समझौता किया है।
- प्रदेश सरकार का TTL के किया गया यह समझौता का दूसरा चरण है। जबकि प्रथम चरण का समझौता फरवरी 2023 में ही उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद ने TTL और राज्य सरकार (व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग) के मध्य किया गया था।
- दूसरे चरण के तहत, 62 ITI और आविष्कार, नवाचार, ऊष्मायन और प्रशिक्षण (CIIIT) के लिए 5 केंद्रों को प्रति वर्ष लगभग 10,000 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित करने के लिए उन्नत किया जाएगा।
- प्रशिक्षण इलेक्ट्रिक वाहनों, उन्नत CNC मशीनिंग, 3D प्रिंटिंग और औद्योगिक रोबोटिक्स पर केंद्रित होगा।
- टाटा टेक्नोलॉजीज प्रत्येक संस्थान में पहले दो वर्षों के लिए दो प्रशिक्षकों और तीसरे एवं चौथे वर्ष के लिए एक मास्टर ट्रेनर तैनात करेगी।
- TTL ने प्रदेश के कुल 75 जिलों में सरकारी ITI को आधुनिक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के साथ 10 वर्ष के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
- इससे उन्नत कौशल आवश्यकताओं की पूर्ति होगी, बड़े उद्योगों और MSME को सहायता मिलेगी तथा ITI को प्रौद्योगिकी हब और कौशल केंद्रों में बदला जा सकेगा।
- प्रशिक्षण को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के युवा न केवल राज्य में बल्कि पूरे देश और विदेश में भी अपने कौशल का प्रदर्शन कर सकेंगे।
चरण-1
- फरवरी 2023 में उप्र मुख्यमंत्री की उपस्थिति में 150 राजकीय ITI के आधुनिकीकरण के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- कुल 4887 करोड़ रुपये का निवेश किया गया, जिसमें राज्य सरकार ने 713 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
- वर्ष 2024 में 13,808 की प्रवेश क्षमता के मुकाबले 149 संस्थानों में 11,407 प्रशिक्षुओं का नामांकन किया गया। 11 दीर्घकालिक पाठ्यक्रमों में से 3 में प्रशिक्षण शुरू हुआ।
टाटा टेक्नोलॉजीज की भूमिका
- चरण 1 में 149 ITI में प्रयोगशालाएँ स्थापित करके प्रशिक्षण शुरू किया गया है और चरण 2 में 62 ITI और इसमें जोड़े जाएंगे।
- प्रत्येक ITI में 7 दीर्घकालिक और 15 अल्पकालिक व्यवसायों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- CIIIT संस्थानों में 5 वर्षों के लिए 8 प्रशिक्षकों को तैनात किया जाएगा।