संदर्भ:

हाल ही में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भारत में घटती पारसी आबादी की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से जियो पारसी स्कीम पोर्टल शुरु किया।

पोर्टल का महत्व

  • इसका उद्देश्य वैज्ञानिक प्रोटोकॉल और संरचित हस्तक्षेप अपनाकर पारसी आबादी की घटती प्रवृत्ति में बदलाव करना और उनकी जनसंख्या को स्थिर करना है।
  • भारत की वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में 57,264 पारसी हैं।
  • यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पारसी दम्पतियों को वित्तीय सहायता के लिए आवेदन करने, आवेदन की स्थिति की जांच करने तथा प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से धन प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है।
  • नव-प्रवर्तित पोर्टल आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाता है, जिससे अधिक पारसी दम्पतियों को योजना का लाभ कुशलतापूर्वक प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
  • यह पोर्टल पारसी समुदाय की समृद्ध विरासत और संस्कृति को संरक्षित करता है तथा उनकी जनसंख्या संबंधी चिंताओं का समाधान करता है।
  • वर्ष 2013-14 में अपनी स्थापना के बाद से, इस योजना ने 400 से अधिक पारसी बच्चों को सफलतापूर्वक सहायता प्रदान की है, जो समुदाय पर इसके सकारात्मक प्रभाव को दर्शाता है।

जियो पारसी योजना के घटक

  • जियो पारसी योजना में पारसी समुदाय को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से निम्न तीन आवश्यक घटक शामिल हैं:

क) चिकित्सा सहायता: इस घटक के अंतर्गत, पारसी दम्पतियों को मानक चिकित्सा प्रोटोकॉल के अनुसार चिकित्सा उपचार हेतु वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

ख) समुदाय का स्वास्थ्य: यह घटक पारसी दम्पतियों को बच्चों की देखभाल तथा बुजुर्ग व्यक्तियों को सहायता प्रदान करने हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करने पर केंद्रित है।

ग) प्रतिपालन (Advocacy): प्रतिपालन घटक में पारसी लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने हेतु डिज़ाइन किए गए पहुँच कार्यक्रम शामिल हैं।

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