संबंधित पाठ्यक्रम
सामान्य अध्ययन-1: भारतीय संस्कृति; दक्षिण एशिया और भारतीय उप-महाद्वीप सहित विश्वभर में महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों का वितरण।
संदर्भ: हाल ही में, असम के माजुली द्वीप पर चराईचुंग महोत्सव आयोजित किया गया।
अन्य संबंधित जानकारी

- यह महोत्सव एशिया के पहले संरक्षित शाही पक्षी अभयारण्य की 392 साल पुरानी विरासत का स्मरण कराता है जिसे 1633 ईस्वी में स्थापित किया गया था।
- ‘चराईचुंग’ नाम के इस अभयारण्य की स्थापना अहोम राजा स्वर्गदेव प्रताप सिंह ने की थी, जिन्हें बुरहा रोजा अर्थात् बूढ़ा राजा के नाम से भी जाना जाता था।
- इस महोत्सव को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि विश्व के सबसे बड़े नदी द्वीप माजुली पर स्थित जो शाही पक्षी अभयारण्य लगभग समाप्त होने की कगार पर है, उसे पुनर्जीवन दिया जा सके और उसका संरक्षण किया जा सके।
- माजुली साहित्य सभा और स्थानीय लोगों द्वारा आयोजित इस चार दिवसीय महोत्सव (7-10 दिसंबर) का लक्ष्य चराईचुंग को वैश्विक मानचित्र पर लाना और उसके पक्षी आवास को संरक्षित करना है।
माजुली द्वीप के बारे में

- यह विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप है, जो असम राज्य में महान ब्रह्मपुत्र नदी के बीच में स्थित है।
- 2016 में, जिला घोषित होने वाला यह भारत का पहला द्वीप बन गया।
- यह भूमि का एक लंबा, संकरा टुकड़ा है जिसे माजोली (जिसका अर्थ है दो समानांतर नदियों के बीच की भूमि) कहा जाता है।
- यह द्वीप दक्षिण में ब्रह्मपुत्र नदी और उत्तर में सुबनसिरी नदी से मिलने वाली ब्रह्मपुत्र की एक शाखा, खेरकुटिया ज़ुति द्वारा निर्मित है।
- इसका निर्माण ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदियों, मुख्य रूप से लोहित नदी, द्वारा मार्ग परिवर्तन के कारण हुआ था।
- यह लगभग 352 वर्ग किलोमीटर (136 वर्ग मील) के क्षेत्र में फैला हुआ है।
- द्वीप की आर्द्रभूमि, नदी तटीय वन और जल निकाय विभिन्न प्रकार के वन्यजीव, विशेष रूप से प्रवासी पक्षियों का घर हैं।
- इस पर तीन जनजातियों के लोग निवास करते हैं, जिनके नाम हैं: देवरी, असमिया और मिसिंग (मिरी)|
स्रोत :
DD News
Water Resources
Assam Gov
Majuli
CWC
