सामान्य अध्ययन-1: भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी गतिविधि, चक्रवात जैसी महत्त्वपूर्ण भू-भौतिकीय घटनाएँ।
सामान्य अध्ययन -3: आपदा प्रबंधन।
संदर्भ: हाल ही में चक्रवाती तूफान ‘दित्वाह’ ने 28 नवंबर को श्रीलंका से टकराने के बाद अधिकांश हिस्सों में लगातार बारिश के साथ-साथ जान-माल का भारी नुकसान पँहुचाया, इस प्राकृतिक आपदा के कारण 123 लोगों की मृत्यु, 130 लोग लापता, और 3.7 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।

- नामकरण: WMO के ESCAP (एशिया और प्रशांत के लिए आर्थिक एवं सामाजिक आयोग) पैनल के अनुसार इसका नाम यमन द्वारा प्रस्तावित किया गया था। यह नाम यमन के सोकोत्रा द्वीप स्थित दित्वाह लैगून, एक प्रसिद्ध प्राकृतिक स्थल है।
- श्रीलंका ESCAP के 13 सदस्य देशों में से एक है।
ऑपरेशन सागर बंधु
- भारत ने 28 नवंबर 2025 को अपने पड़ोसी देश की सहायता के लिए “ऑपरेशन सागर बंधु” शुरू किया।
- भारत ने राहत सामग्री की पहली खेप INS विक्रांत (देश का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत) और INS उदयगिरि (स्वदेशी स्टील्थ फ्रिगेट) के माध्यम से कोलंबो पहुंचाई।
हाल के वर्षों में भारत के प्रमुख मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (HADR) मिशन
- ऑपरेशन ब्रह्मा (2025): म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भीषण भूकंप के बाद सहायता उपलब्ध कराने के लिए संचालित।
- ऑपरेशन दोस्त (2023): तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंपों के बाद खोज, बचाव और राहत कार्यों हेतु शुरू किया गया अभियान।
- ऑपरेशन सहायता (2019): मोज़ाम्बिक में चक्रवात ईदाई (IDAI) के बाद मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए संचालित।
- ऑपरेशन समुद्र मैत्री (2018): इंडोनेशिया के सुलावेसी क्षेत्र में भूकंप और सुनामी के बाद राहत पहुँचाने हेतु शुरू किया गया।
- ऑपरेशन मैत्री (2015): नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के बाद बचाव और राहत के लिए भारत का प्रमुख अभियान।
चक्रवात

- चक्रवात निम्न-दाब केंद्र के चारों ओर बनने वाली विशाल, घूर्णनशील वायुमंडलीय प्रणाली है, जिसमें तेज हवाएँ और भीषण तूफान उत्पन्न होते हैं, इसकी हवाएँ केंद्र की ओर प्रवाहित होती हैं।
- उत्तरी गोलार्ध में: घड़ी की विपरीत दिशा में घूर्णन
- दक्षिणी गोलार्ध में: घड़ी की दिशा में घूर्णन
- चक्रवात के प्रकार
- उष्णकटिबंधीय चक्रवात:
- यह कर्क एवं मकर रेखा के बीच विकसित होते हैं।
- समुद्र के गर्म जल से वाष्पीकरण और संघनन के दौरान मुक्त होने वाली गुप्त ऊष्मा से ऊर्जा प्राप्त करते हैं।
- गर्म समुद्री जल के ऊपर ये अत्यंत शक्तिशाली हो जाते हैं, जिससे तेज हवाएँ और भारी वर्षा होती है।
- क्षेत्रीय नाम:
- हरिकेन – कैरेबियन सागर, मेक्सिको की खाड़ी, उत्तरी अटलांटिक, उत्तरी/मध्य पूर्वी प्रशांत
- टाइफून – पश्चिमी उत्तरी प्रशांत
- शीतोष्ण चक्रवात :
- यह लगभग 30° और 60° उत्तरी और दक्षिणी अक्षांशों में बनने वाले कम दबाव वाले तूफान हैं, जो दो विपरीत वायुराशियों ठंडी ध्रुवीय हवा और गर्म उष्णकटिबंधीय हवा के टकराने से उत्पन्न होते हैं।
- इनका आकार अंडाकार, गोलाकार, या ‘V’ आकार का हो सकता है, जिससे इन्हें ‘निम्न गर्त’ या ‘ट्रफ’ भी कहा जाता है।
- उष्णकटिबंधीय चक्रवात:
- चक्रवातों को उनकी हवाओं की गति और संभावित विनाश के आधार पर भी वर्गीकृत किया जाता है।”
- निम्न दाब: 31 किमी/घंटा से कम
- अवदाब: 31–61 किमी/घंटा के बीच
- चक्रवातीय तूफान: 62–88 किमी/घंटा के बीच
- गंभीर चक्रवातीय तूफान: 89–117 किमी/घंटा के बीच
- बहुत गंभीर चक्रवातीय तूफान: 118–167 किमी/घंटा के बीच
- अति गंभीर चक्रवातीय तूफान: 168–221 किमी/घंटा के बीच
- सुपर साइक्लोन: 221 किमी/घंटा से अधिक
उष्णकटिबंधीय चक्रवातों का नामकरण
- विश्व में पाँच क्षेत्रीय निकाय उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नाम निर्धारण हेतु उत्तरदायी हैं,ये निकाय अपनी वार्षिक/द्विवार्षिक बैठक में नामों की सूची को अंतिम रूप देते हैं।
- सदस्य देशों की राष्ट्रीय मौसम विज्ञान और जल विज्ञान सेवाएँ (NMHSs) नाम प्रस्तावित करती हैं।
- नाम सामान्य, छोटे, उच्चारण में सरल और स्थानीय भाषाई-सांस्कृतिक परिचय वाले होते हैं।वही नाम चुने जाते हैं जिनसे किसी समूह, धर्म, संस्कृति या समुदाय की भावना आहत न हो।
- भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD), WMO/ESCAP पैनल के तहत चक्रवातों पर सलाह प्रदान करने वाले 6 RSMCs में से एक है।
- ESCAP के 13 सदस्य देश: बांग्लादेश, भारत, ईरान, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, कतर, सऊदी अरब, श्रीलंका, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात और यमन।
- सदस्य देशों द्वारा सुझाए गए नामों की सूची वर्णानुक्रम में तैयार की जाती है और चक्रवातों को क्रमिक (रोटेशनल) आधार पर नाम आवंटित किए जाते हैं।
