संदर्भ:
हाल ही में, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण I को लागू किया है।
अन्य संबंधित जानकारी
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के द्वारा जारी किए गए दैनिक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली का दैनिक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 234 तक पहुँच गया है, जिसके बाद ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण I को लागू करने का निर्णय लिया गया है।
एनसीआर के लिए GRAP को दिल्ली में प्रतिकूल वायु गुणवत्ता के आधार पर निम्नलिखित 4 अलग-अलग चरणों के तहत वर्गीकृत किया गया है:
- चरण – | ‘खराब’ (AQI का मान 201 से 300 बीच)
- चरण – ll ‘बहुत खराब’ (AQI का मान 301 से 400 के बीच)
- चरण – III ‘गंभीर’ (AQI का मान 401 से 450 के बीच)
- चरण – IV ‘गंभीर +’ (AQl का मान 450 से अधिक)
GRAP के चरण-I के अंतर्गत शामिल सभी 27 सूत्री कार्य योजनाएँ 15 अक्टूबर, 2024 से सम्पूर्ण एनसीआर में लागू होंगी।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM)
- केंद्र सरकार ने 22 वर्ष पुराने पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण (EPCA) को भंग करने के बाद वर्ष 2020 में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) नामक एक “स्थायी” निकाय का गठन किया है। वर्ष 2020 तक पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण ही दिल्ली में वायु प्रदूषण से संबंधित दिशानिर्देश जारी करता था।
- CAQM वायु गुणवत्ता सूचकांक से संबंधित चुनौतियों के बेहतर समन्वय, अनुसंधान, पहचान और समाधान के लिए काम करता है।
- इसमें कम से कम छह स्थायी सदस्य होते हैं। इसका अध्यक्ष भारत सरकार के भूतपूर्व या वर्तमान सचिव या किसी राज्य सरकार का मुख्य सचिव होता है।
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP)
- GRAP दिल्ली के AQI स्तर पर आधारित एक आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र होने के साथ-साथ दिल्ली-एनसीआर की बिगड़ती वायु गुणवत्ता की स्थितियों पर प्रतिक्रिया करने के लिए कई हितधारकों, क्रियान्वयन एजेंसियों और प्राधिकरणों को समन्वित करता है।
- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की सिफारिश पर जनवरी, 2017 में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा GRAP को अधिसूचित किया गया था।
- इसे योजना के क्रियान्वयन हेतु दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान (एनसीआर के क्षेत्रों) की 13 विभिन्न एजेंसियों के बीच के कार्य और समन्वय की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक (NAQI)
- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत वर्ष 2014 में ‘राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक’ (NAQI) को लॉन्च किया।
- वायु गुणवत्ता सूचकांक, वायु गुणवत्ता की स्थिति के प्रभावी संचार के लिए एक उपकरण है।
- वायु गुणवत्ता उप-सूचकांक और स्वास्थ्य ब्रेकपॉइंट आठ प्रदूषकों (PM10, PM2.5, NO2, SO2, CO, O3, NH3, and Pb) के लिए विकसित किए गए हैं।