संदर्भ:

हाल ही में, प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का उद्घाटन किया।

  • विषय: “विकसित भारत 2024 के लिए एक प्रतिस्कंदी ग्रामीण भारत का निर्माण।”
  • यह महोत्सव 4 से 9 जनवरी तक चलेगा, जिसमें ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, नवाचार को बढ़ावा देने और ग्रामीण भारत में आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
  • यह गांवों को सशक्त बनाने और ग्रामीण विकास को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के समर्पण को उजागर करेगा।

उद्देश्य

  • महोत्सव ग्रामीण भारत में आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देता है।
  • मुख्य फोकस क्षेत्र: वित्तीय समावेशन, टिकाऊ कृषि और ग्रामीण उद्यमिता।
  • पूर्वोत्तर भारत और ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने पर विशेष जोर।
  • कार्यशालाओं, चर्चाओं और मास्टरक्लास में ग्रामीण आजीविका में प्रौद्योगिकी की भूमिका का पता लगाया जाएगा।
  • इस कार्यक्रम में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी प्रदर्शित किया जाएगा।

ग्रामीण विकास के लिए सरकार की पहल:

  • पीएम जनमन योजना: आदिवासी क्षेत्रों के विकास और वंचित क्षेत्रों के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करना।
  • ग्रामीण बुनियादी ढांचे का विकास:
    • प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 10 वर्षों में 4 लाख किमी से अधिक सड़कें बनाई गईं।
    • 94% ग्रामीण परिवारों के पास मोबाइल, बैंकिंग और UPI जैसी डिजिटल सेवाओं तक पहुँच है।
  • सहकारिता और डेयरी उत्पादन:
    • किसानों के लिए बेहतर रिटर्न के साथ दूध उत्पादन को बढ़ावा देना।
    • राष्ट्रव्यापी डेयरी पहुँच सुनिश्चित करने के लिए अमूल जैसी सहकारी समितियों की स्थापना करना।
  • प्राकृतिक खेती और MSME:
    • पहल में अधिक किसानों को शामिल कर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना।
    • GI (भौगोलिक संकेत) उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग पर ध्यान केंद्रित करना।
  • ग्रामीण आय में विविधता लाना:
    • सिंचाई को सस्ता बनाना, सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देना और अधिक ग्रामीण उद्यमों का निर्माण करना।
    • ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए प्राकृतिक खेती से लाभ को अधिकतम करना।
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिला विकास:
    • महिलाएँ बैंक सखी और बीमा सखी के माध्यम से ग्रामीण जीवन को बदल रही हैं।
    • 3 करोड़ के लक्ष्य में से 1.15 करोड़ महिलाएँ “लखपति दीदी” बन चुकी हैं।
  • कुछ अन्य योजनाएँ: मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (PMAY-G), दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY), मिशन अंत्योदय, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (NSAP), सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY), आजीविका – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM), श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन (SPMRM) आदि।
  • इन पहलों का उद्देश्य भारत का समग्र ग्रामीण विकास, सशक्तिकरण और प्रगति करना है।

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