संदर्भ:

हाल ही में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश औद्योगिक एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण (UPEIDA) की एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण में तेजी लाने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि यह दिसंबर 2025 तक पूर्ण हो जाए।

अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:

  • गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार: इसमें मेरठ-हरिद्वार, नोएडा-जेवर और चित्रकूट-रीवा लिंक एक्सप्रेसवे के साथ-साथ नियोजित विंध्य एक्सप्रेसवे और विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे शामिल हैं, जो प्रयागराज, मिर्ज़ापुर, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र को जोड़ते हैं।
  • कौशल विकास केंद्रों की स्थापना: यह लखनऊ, कानपुर, झांसी, आगरा, अलीगढ़ और चित्रकूट सहित रक्षा औद्योगिक गलियारे के सभी नोड्स तक फैला हुआ है।
  • एक्सप्रेसवे के किनारे अवसंरचना विकास: बिजली और पानी की आपूर्ति, ट्रक टर्मिनल, मार्ग स्टेशन, तथा स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवाओं के प्रावधानों के साथ औद्योगिक क्लस्टर और लॉजिस्टिक्स पार्क विकसित करने पर जोर।
  • औद्योगिक गलियारा: बहादुरगढ़ में गंगा एक्सप्रेसवे के साथ इसका विस्तार किया जाएगा।

गंगा एक्सप्रेसवे:

  • लंबाई: 594 किमी, पूरा होने पर, यह उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन जाएगा।
  • कनेक्टिविटी: यह मेरठ जिले के बिजोली गांव से शुरू होकर प्रयागराज जिले के जूडापुर दांडू गांव में समाप्त होगा।  
  • डिज़ाइन: एक्सप्रेसवे 06 लेन का होगा (08 लेन तक विस्तार योग्य) और सभी संरचनाएँ 08 लेन की चौड़ाई में निर्मित की जाएंगी।
  • निष्पादन करने वाली संस्था: उत्तर प्रदेश औद्योगिक एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण (UPEIDA)।
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