संदर्भ:

हैदराबाद स्थित स्टार्ट-अप HYLENR ने स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए दुनिया की पहली कोल्ड फ्यूजन तकनीक का अनावरण किया है।

अन्य संबंधित जानकारी

  • इस नवाचार को निम्न ऊर्जा परमाणु रिएक्टर (LENR) प्रौद्योगिकी के लिए भारत सरकार से पेटेंट प्राप्त हुआ है।
  •  HYLENR की LENR तकनीक विद्युत उत्पादन के लिए एक भरोसेमंद विकल्प है। यह अंतरिक्ष अनुप्रयोग मल्टी-मिशन रेडियोआइसोटोप थर्मोइलेक्ट्रिक जेनरेटर (MMRTG) के लिए ऊष्मा सृजित करने और कई अनुप्रयोगों के लिए भाप उत्पादन के लिए इनपुट विद्युत में वृद्धि करता है।
    एक लाइव प्रदर्शन में, उत्पाद 100W विद्युत इनपुट से लगातार 1.5 गुना ताप प्रवर्धन (150 वाट समतुल्य ताप) प्राप्त करता है।
  • कंपनी के अनुसार, HYLENR उपकरण अंतरिक्ष मिशनों के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

यह कैसे कार्य करता है?

  • HYLENR के रिएक्टर कम ऊर्जा वाले परमाणु रिएक्टरों (LENR को “शीत संलयन” के रूप में जाना जाता है) का उपयोग करते हैं, जिसमें संलयन के माध्यम से अतिरिक्त ऊष्मा को उत्पन्न करने के लिए मिलीग्राम हाइड्रोजन और बिजली की एक छोटी मात्रा का उपयोग किया जाता है। 
  • निम्न ऊर्जा रिएक्टर इनपुट ऊर्जा की तुलना में काफी अधिक ऊष्मा उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे यह विद्युत उत्पादन के लिए एक परिवर्तनकारी तकनीक बन जाती है।
  • प्रस्तावित दृष्टिकोण नवीकरणीय और गैर-नवीकरणीय स्रोतों से विद्युत में वद्धि करने के लिए LENR का लाभ उठाता है, जिसका लक्ष्य अंततः 2.5 गुना विद्युत उत्पादन में वृद्धि करना है।

नवाचार का महत्व

  • LERN अत्यंत स्वच्छ, कम लागत वाली नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करता है जिसका राष्ट्रीय सुरक्षा पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
  • LENR एक विघटनकारी तकनीक है जो ऊर्जा उत्पादन और भंडारण में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।
  • HYLENR के LENR उपकरण प्लूटोनियम-238 जैसे रेडियोधर्मी पदार्थों की आवश्यकता को समाप्त कर देते हैं, जिससे अंतरिक्ष मिशनों के लिए जोखिम की संभावना काफी कम हो जाती है।

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