संदर्भ:

हाल ही में केंद्र सरकार ने आठ कैबिनेट(मंत्रिमण्डल) समितियों का पुनर्गठन किया।

अन्य संबंधित जानकारी

  • आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) को तीन नए मंत्रियों को शामिल किया गया  हैं। अब इसमें 11 सदस्य होंगे, जो मौजूदा संख्या से तीन अधिक हैं।
  • दो सबसे शक्तिशाली समितियाँ  – कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) और सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) में कोई बदलाव नहीं किया गया है । 

कैबिनेट समितियों के बारे में 

  • एक बार जब केन्द्रीय मंत्रिमंडल शपथ ले लेता है और मंत्रिस्तरीय विभागों का आवंटन हो जाता है तो अगला कदम उच्च स्तरीय कैबिनेट समितियों का गठन करना होता है।
  • प्रधानमंत्री मंत्रिमंडल के चयनित सदस्यों को मिलाकर इन समितियों का गठन करते हैं तथा इन समितियों को विशिष्ट कार्य सौंपते हैं।

वर्तमान में निम्न आठ कैबिनेट समितियां हैं :-

  • कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC)
  • आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA)
  • राजनीतिक मामलों पर कैबिनेट समिति
  • सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS)
  • संसदीय मामलों पर कैबिनेट समिति
  • आवास संबंधी कैबिनेट समिति 
  • निवेश और विकास पर कैबिनेट समिति
  • कौशल, रोजगार और आजीविका पर कैबिनेट समिति

कैबिनेट समितियों की विशेषताएं

  • ये समितियाँ   संविधानेत्तर  होती हैं अर्थात् संविधान में इनका  उल्लेख नहीं है।
  • प्रत्येक समिति की सदस्ययों की संख्या तीन से आठ तक होती है। इनमें आमतौर पर केवल कैबिनेट मंत्री ही शामिल होते हैं। हालांकि, गैर-कैबिनेट मंत्रियों को उनकी सदस्यता से वंचित नहीं किया जाता है।
  • इन्हें समय की मांग और परिस्थिति के अनुसार प्रधानमंत्री द्वारा गठित किया जाता है। इसलिए, इनकी संख्या, नामकरण और संरचना समय-समय पर बदलती रहती है।
  • इन समितियों की अध्यक्षता  ज्यादातर प्रधानमंत्री ही करते  हैं। कभी-कभी अन्य कैबिनेट मंत्री, खासकर गृह, रक्षा या वित्त मंत्री भी उनके अध्यक्ष के रूप में कार्य कर सकते हैं। हालाँकि, यदि  प्रधानमंत्री किसी समिति के  सदस्य होते  हैं , तो वह हमेशा उसकी अध्यक्षता करते  हैं ।
    वर्तमान में, प्रधानमंत्री छह समितियों की अध्यक्षता  करते हैं, लेकिन दो समितियों का हिस्सा नहीं हैं – आवास पर कैबिनेट समिति (गृह मंत्री की अध्यक्षता वाली) और संसदीय मामलों पर कैबिनेट समिति (रक्षा मंत्री की अध्यक्षता वाली)। 
  • ये समितियां न केवल मुद्दों का निपटारा करती हैं और मंत्रिमंडल के विचारार्थ प्रस्ताव तैयार करती हैं, बल्कि निर्णय भी लेती हैं।

कैबिनेट समितियों के महत्वपूर्ण कार्य

  • सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति भारत की कानून-व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित सभी मुद्दों से संबंधित होती  है।
  • राजनीतिक मामलों की समिति घरेलू और विदेशी मामलों से संबंधित सभी नीतिगत मामलों से  से संबंधित होती है।
  • आर्थिक मामलों की समिति आर्थिक क्षेत्र में सरकारी गतिविधियों का निर्देशन और समन्वय करती है।
  • नियुक्ति समिति केन्द्रीय सचिवालय, सार्वजनिक उपक्रमों , बैंकों और वित्तीय संस्थानों में सभी उच्च स्तरीय नियुक्तियों का निर्णय लेती है।
  • संसदीय मामलों की समिति संसद में सरकारी कामकाज की प्रगति पर नज़र रखती है।

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