संदर्भ
हाल ही में, कर्मयोगी भारत के निदेशक मंडल की 12वीं बैठक मुंबई में आयोजित की गई।
अन्य संबंधित जानकारी
प्लेटफ़ॉर्म की प्रगति: बोर्ड ने iGOT कर्मयोगी प्लेटफ़ॉर्म की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को स्वीकार किया।
- 1 करोड़ पाठ्यक्रम नामांकन: यह सरकारी अधिकारियों के बीच योग्यता-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने में प्लेटफॉर्म की सफलता को रेखांकित करता है।
- 1000 से अधिक पाठ्यक्रम उपलब्ध: यह शिक्षण संसाधनों के बढ़ते पुस्तकालय का प्रतीक है।
e-HRMS और iGOT कर्मयोगी समायोजन अधिकारी के e-HRMS डेटा और भूमिका के आधार पर लक्षित प्रशिक्षण संबंधी अनुशंसाएँ करता है, जिससे भूमिका-आधारित शासन की ओर बदलाव को बढ़ावा मिलता है।
इस समायोजन का उद्देश्य कार्य प्रणाली की आवश्यकताओं के साथ अधिकारियों के दक्षताओं को सुमेलित करके भूमिका-आधारित शासन की सुविधा प्रदान करना है।
- e-HRMS: यह दक्षता और पारदर्शिता के लक्ष्य के साथ पेरोल (payroll) और अवकाश जैसे मानव संसाधन के कार्यों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रबंधित करता है।
- iGOT कर्मयोगी: यह योग्यता-आधारित शिक्षा के लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम प्रदान करके यह सुनिश्चित करता है कि अधिकारियों के पास उनकी भूमिकाओं को निभाने के लिए उचित कौशल हो।
राज्यों के लिए नीति प्लेटफॉर्म (NITI) के साथ सहयोग: यह ब्लॉक और जिला स्तर पर क्षमता निर्माण में ” SAMARTH ” क्यूरेटेड कार्यक्रमों के महत्व पर जोर देता है।
नए पाठ्यक्रमों का शुभारंभ
- तीन नए आपराधिक कानूनों पर पाठ्यक्रमों का शुभारंभ- भारतीय न्याय संहिता, 2023; भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023; और भारतीय साक्षी अधिनियम, 2023 और डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम नागरिक-केंद्रित शासन में शामिल अधिकारियों को सर्वाधिक समकालीन मुद्दों पर प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
जन कर्मयोगी और ज्ञान कर्मयोगी पहल
- जन कर्मयोगी पहल प्रमुख विकास कार्यक्रमों के प्रवर्तन में क्षेत्रीय अधिकारियों को सशक्त बनाता है।
- ज्ञान कर्मयोगी iGOT पर एक व्यापक ज्ञान भंडार के रूप में कार्य करता है, जो शिक्षण सामग्री तक पहुँच को बढ़ाता है।
अन्य बिंदु
- प्रभाव के मूल्यांकन पर ध्यान देना: सीखने के परिणामों और मंच प्रभावशीलता के मूल्यांकन को प्राथमिकता देना।
- सामग्री बाज़ार सक्रियण: सीखने की प्रक्रिया में सुधार हेतु उच्च गुणवत्ता वाले मूल्यांकन और सामग्री का स्रोत प्राप्त करना है।
- रणनीतिक योजना: बोर्ड के सदस्यों ने कर्मयोगी भारत के भविष्य के लक्ष्यों को रेखांकित करने वाली प्रस्तुतियों पर प्रतिक्रिया प्रदान की।
- परिवर्तनकारी भूमिका: नियम-आधारित से भूमिका-आधारित शासन की ओर बढ़ने की प्रतिबद्धता।
मिशन कर्मयोगी
“राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण कार्यक्रम (NPCSCB) – मिशन कर्मयोगी” भारत सरकार की एक बड़े स्तर की पहल है, जिसका उद्देश्य भारतीय लोकाचार में निहित कुशल सिविल सेवा तैयार करना है।
विजन
- प्रभावी सार्वजनिक सेवा प्रदान करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से सुसज्जित भारत की सिविल सेवाओं को एक विश्व स्तरीय, नागरिक-केंद्रित कार्यबल में परिवर्तित करना।
उद्देश्य
- योग्यता-आधारित शिक्षा: पारंपरिक प्रशिक्षण से योग्यता-आधारित शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करके यह सुनिश्चित करना कि अधिकारी अपनी भूमिकाओं के लिए आवश्यक विशिष्ट कौशल हासिल करें।
- ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म: iGOT कर्मयोगी एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है, जो विभिन्न डोमेन में पाठ्यक्रमों की एक व्यापक पुस्तकालय की पेशकश करता है।
- भूमिका-आधारित शासन: iGOT को e-HRMS (इलेक्ट्रॉनिक एचआर प्रबंधन प्रणाली) के साथ समायोजित करके, अधिकारियों को इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से पहचानी गई उनकी दक्षताओं और कौशल के आधार पर परिणियोजित (तैनात) करना।
- सतत सीखने की प्रवृति: सरकारी अधिकारियों के बीच निरंतर सीखने की प्रवृति को प्रोत्साहित करना, ताकि उन्हें उभरती नीतियों और सर्वोत्तम तरीकों से अद्यतन रखा जा सके।
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