संदर्भ:

हाल ही में, ओपेक+ देशों ने धीमी मांग वृद्धि, ब्याज दरों में वृद्धि और संयुक्त राज्य अमेरिका से बढ़ते तेल उत्पादन के जवाब में महत्वपूर्ण तेल उत्पादन में कटौती का वर्ष 2025 तक विस्तार करने का निर्णय लिया है।

ओपेक+ बैठक की मुख्य बातें

ओपेक+ ने वर्ष 2025 के अंत तक 3.66 मिलियन बैरल प्रतिदिन (bpd) उत्पादन में कटौती का विस्तार करने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त, चल रही 2.2 मिलियन बैरल प्रतिदिन कटौती सितंबर 2024 तक जारी रहेगी, जिसके बाद उन्हें अगले वर्ष में धीरे-धीरे समाप्त कर दिया जाएगा, जो सितंबर 2025 में समाप्त होगा।  

  • संयुक्त अरब अमीरात (UAE), जो अधिक उत्पादन कोटा की मांग कर रहा था, उत्पादन में 0.3 मिलियन बैरल प्रतिदिन की वृद्धि करेगा, जिससे उत्पादन 3.2 मिलियन बैरल प्रतिदिन तक पहुंच जाएगा।  
  • पश्चिमी प्रतिबंधों के बीच रूसी डेटा का आंकलन करने में कठिनाइयों के कारण क्षमताओं पर चर्चा नवंबर 2025 तक स्थगित कर दी गई।
  • स्वतंत्र परामर्शक वर्ष 2025 के बजाय वर्ष 2026 के लिए उत्पादन क्षमता का आंकलन करेंगे। 
  • अल्जीरिया, इराक, कजाकिस्तान, कुवैत, ओमान, रूस, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने स्वैच्छिक उत्पादन में कटौती की है।

ओपेक+ संगठन

  • पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन (ओपेक) एक स्थायी, अंतर-सरकारी संगठन है, जिसे 10-14 सितंबर, 1960 को बगदाद सम्मेलन में ईरान, इराक, कुवैत, सऊदी अरब और वेनेजुएला द्वारा गठित किया गया था।
  • वर्तमान में ओपेक के 12 सदस्य हैं:  अल्जीरिया, कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, गैबॉन, ईरान, इराक, कुवैत, लीबिया, नाइजीरिया, सऊदी अरब, यूएई और वेनेजुएला।
  • वर्ष 2016 में, मुख्य रूप से अमेरिकी शेल तेल उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि से प्रेरित तेल की कीमतों में नाटकीय रूप से गिरावट के जवाब में, ओपेक ने अन्य तेल उत्पादक देशों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसे अब ओपेक+ के रूप में जाना जाता है।
  • गैर-ओपेक देशों की सूची में अज़रबैजान, बहरीन, ब्रुनेई, इक्वेटोरियल गिनी, कजाकिस्तान, रूस, मैक्सिको, मलेशिया, दक्षिण सूडान, सूडान और ओमान शामिल हैं।

उत्पादन में कटौती की प्रमुख वजह

  • दुनिया के सबसे बड़े तेल आयातक देश चीन से मांग में धीमी वृद्धि को लेकर चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं।
  • विकसित देशों में तेल भंडार बढ़ने से कीमतों पर दबाव बढ़ रहा है, जो वैश्विक तेल बाजार में आपूर्ति और मांग के बीच असंतुलन को दर्शाता है।

तेल उत्पादन की वर्तमान स्थिति और नवीनतम परिवर्तन

  • ओपेक+ वर्तमान में तेल उत्पादन में 5.86 मिलियन बैरल प्रतिदिन की कटौती कर रहा है, जो वैश्विक मांग के लगभग 5.7% के बराबर है।
  • ओपेक को उम्मीद है कि वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में ओपेक+ कच्चे तेल की मांग औसतन 43.65 मिलियन बैरल प्रतिदिन के आसपास रहेगी, यानी अगर यह अप्रैल के 41.02 मिलियन बैरल प्रतिदिन की दर पर उत्पादन बनाए रखता है तो स्टॉक में 2.63 मिलियन बैरल प्रतिदिन की कमी आएगी। 
    अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का अनुमान है कि वर्ष 2024 में स्टॉक सहित ओपेक+ तेल की मांग औसतन काफी कम होकर 41.9 मिलियन बैरल प्रतिदिन हो जाएगी।

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