प्रसंग:

उत्तर प्रदेश सरकार के माध्यमिक शिक्षा विभाग ने टाटा नेल्को और जापान की यास्कावा के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।

अन्य महत्वपूर्ण तथ्य

  • यह पहल सरकारी माध्यमिक स्कूलों में ड्रीम लैब्स स्थापित करेगी।
  • इसका उद्देश्य कक्षा शिक्षण में प्रायोगिक, तकनीकी-आधारित शिक्षा को शामिल कर एक कुशल कार्यबल का विकास करना है।
  • अमेरिका, जर्मनी, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे वैश्विक मॉडलों से प्रेरणा लेकर, उत्तर प्रदेश स्कूल शिक्षा को उद्योग की मांगों के अनुरूप बना रहा है ताकि रोजगार योग्यता बढ़े और नवाचार को प्रोत्साहन मिले।
  • ड्रीम लैब्स में छात्रों को रोबोटिक्स, निर्माण, ऑटोमेशन और डिज़ाइन थिंकिंग जैसे क्षेत्रों में उन्नत तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
  • यह पहल स्थानीय MSMEs को तकनीकी सहायता, उत्पाद गुणवत्ता सुधार, नवाचार को बढ़ावा और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सुधार के माध्यम से समर्थन करेगी।
  • ड्रीम लैब्स “हब और स्पोक” मॉडल पर काम करती हैं, जो छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण, उद्योग-सम्बंधित कौशल और रोजगार के अवसरों के लिए तैयारी प्रदान करती हैं।
  • कौशल विकास को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की स्थानीय जरूरतों के अनुसार अनुकूलित किया जाएगा, जिसमें कृषि, हस्तशिल्प, नवीकरणीय ऊर्जा, ड्रोन प्रौद्योगिकी और 3D प्रिंटिंग जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
  • ड्रीम लैब्स का अंतरराष्ट्रीय पहलू छात्रों को इलेक्ट्रिक वाहनों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), औद्योगिक ऑटोमेशन और रोबोटिक्स जैसे भविष्य के अर्थव्यवस्था के आधार बनने वाले प्रौद्योगिकियों से परिचित कराएगा।
  • सरकार के अनुसार, इन लैब्स में 15 विशिष्ट कौशल क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
  • यह पहल राज्य की नीतियों को उद्योग की बदलती मांगों के अनुरूप करती है, जिससे एक ऐसा कुशल कार्यबल तैयार होगा जो कक्षा और फैक्ट्री के बीच की खाई को पाटेगा और स्थानीय विकास को वैश्विक अवसरों से जोड़ेगा।
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