| संदर्भ: चालू वित्त वर्ष में, उत्तर प्रदेश सरकार की सामूहिक विवाह योजना के तहत 1.2 लाख से अधिक युगल ने आवेदन किया और लगभग 14,000 सामुदायिक विवाह समारोह आयोजित किए गए, जो योजना की व्यापक पहुँच और विभिन्न सामाजिक समूहों के परिवारों का समर्थन करने में इसकी भूमिका को उजागर करते हैं। |
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:
- इन 14,000 युगल में से 5,500 OBC श्रेणी के थे, जबकि 6,556 दलित थे। अन्य 828 युगल अल्पसंख्यक समुदाय के थे।
- वर्ष 2017 में शुरू हुई इस योजना के तहत 4 लाख से अधिक विवाह हो चुके हैं।
- सरकारी व्यय: सरकार ने चालूवित्त वर्ष के लिए ₹5.5 करोड़ के बजट परिव्यय के साथ अब तक ₹22 करोड़ से अधिक खर्च किए हैं।
- योजना का लक्ष्य: समाज कल्याण विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए 57,000 विवाह का लक्ष्य रखा था।
- सामाजिक प्रभाव: इस योजना ने पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्गों की लड़कियों को लाभान्वित किया है।
- इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के विवाह का समर्थन करते हुए सामुदायिक सहयोग को मजबूत करना और महिलाओं की गरिमा को बनाए रखना है।
- वर्ष 2017 के बाद से, 2.2 लाख से अधिक दलित युगल, पिछड़े वर्गों के 1.30 लाख परिवार और अल्पसंख्यक समुदायों के 40,000 परिवारों को इस योजना से लाभ हुआ है, जबकि सामान्य श्रेणी के 16,000 युगल का विवाह हुआ है।

