संदर्भ:
उत्तर प्रदेश वर्ष 2024–25 में 65 करोड़ पर्यटकों के आगमन के साथ भारत में घरेलू पर्यटन के लिए शीर्ष राज्य बनकर उभरा है।
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
- घरेलू पर्यटकों में सर्वाधिक संख्या आंध्र प्रदेश से थी, इसके बाद बिहार और मध्य प्रदेश का स्थान रहा।
- अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों में सबसे अधिक आगमन थाईलैंड से हुआ, इसके बाद दक्षिण कोरिया और म्यांमार रहे।
- पर्यटन निदेशालय में आयोजित बैठक में राज्य के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने उत्तर प्रदेश को $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने में पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
- इस बैठक में कंसल्टिंग फर्म डेलॉयट ने पर्यटकों की आवाजाही पर निगरानी रखने और भविष्य की रणनीति तैयार करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
- बैठक में यह भी सामने आया कि उत्तर प्रदेश में रात भर रुकने वाले एक पर्यटक की औसत खर्च ₹5,400 है, जबकि दीर्घकालिक पर्यटक लगभग ₹7,500 खर्च करते हैं।
उत्तर प्रदेश पर्यटन
- पर्यटन निदेशालय
- परिचय: स्थापित वर्ष 1972 में, पर्यटन निदेशालय उत्तर प्रदेश सरकार का विकासात्मक, प्रचारात्मक और नियामक निकाय है।
- उद्देश्य:
- राज्यभर में पर्यटन अवसंरचना के विकास और उन्नयन हेतु केंद्र व राज्य योजनाओं की योजना और कार्यान्वयन।
- पर्यटक सुविधाओं की स्थापना के लिए निजी क्षेत्र को प्रोत्साहन प्रदान करना और उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थलों व उत्पादों का प्रचार करना।
- उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (UPSTDC)
- परिचय: वर्ष 1974 में कंपनियों अधिनियम, 1956 के अंतर्गत स्थापित।
- उद्देश्य:
- पर्यटक आवास, रेस्टोरेंट्स, और रास्ते में सुविधाएं उपलब्ध कराना।
- मनोरंजन केंद्रों की स्थापना और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पैकेज टूर आयोजित करना।
- 45 पर्यटक बंगले/होटल संचालित करता है और 13 UPTOURS डिवीजन का प्रबंधन करता है।
- पारदर्शी चयन प्रक्रिया के माध्यम से लीज, बिक्री या राजस्व-साझेदारी मॉडल द्वारा अपनी संपत्तियों के लिए पीपीपी (PPP) साझेदारियों को प्रोत्साहित करता है।
- वर्ल्ड बैंक प्रो–पुअर प्रोजेक्ट
- परिचय: उत्तर प्रदेश प्रो-पुअर पर्यटन विकास परियोजना, विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित, राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को समावेशी विकास के लिए उपयोग में लाने का प्रयास है।
- परियोजना का फोकस उन क्षेत्रों में प्रो-पुअर पर्यटन पहलों पर है जो आर्थिक रूप से पिछड़े लेकिन विरासत से समृद्ध हैं।
- उद्देश्य:
- स्थानीय निवासियों, विशेष रूप से गरीबों की भलाई में सुधार करना—रोजगार सृजन और सार्वजनिक सेवाओं के माध्यम से।
- राज्य की प्राकृतिक और सांस्कृतिक संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार करना ताकि समावेशी विकास हो सके।
- निजी निवेश को प्रोत्साहित करना ताकि युवाओं और महिलाओं के लिए नौकरियां सृजित हों।
- हॉस्पिटैलिटी सहयोग के साथ कौशल और होटल प्रबंधन संस्थानों के माध्यम से कर्मचारियों को प्रशिक्षित और नियुक्त करना।
- ब्रज तीर्थ विकास परिषद
- परिचय: उत्तर प्रदेश ब्रज योजना एवं विकास बोर्ड अधिनियम 2015 के तहत स्थापित, पूर्व में ब्रज योजना और विकास बोर्ड के नाम से जाना जाता था।
- उद्देश्य: ब्रज क्षेत्र में एकीकृत पर्यटन विकास और विरासत संरक्षण की योजनाओं के कार्यान्वयन की निगरानी और समन्वय करना। मथुरा जिले की किसी भी विभाग/स्थानीय निकाय/प्राधिकरण को सलाह और मार्गदर्शन देना, यदि कोई योजना, परियोजना या विकास प्रस्ताव विरासत संसाधनों को प्रभावित करता है या कर सकता है।
- दृष्टिकोण (Vision)
- उत्तर प्रदेश को भारत में एक पसंदीदा पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करना, और देश में सबसे अधिक पर्यटक आगमन और पर्यटन प्राप्तियों को हासिल करना, जिससे रोजगार सृजन हो और सर्वोत्तम आगंतुक अनुभव सुनिश्चित किया जा सके।
- मिशन (Mission)
- उत्तर प्रदेश की स्थानीय समुदाय में समावेशी पर्यटन विकास की भावना को प्रोत्साहित करना, और प्रदेश के जीवंत शहरों, आकर्षणों, प्रकृति, वन्य जीवन, साहसिक पर्यटन, व्यंजन, हस्तशिल्प (जिसमें ODOP योजना का प्रचार भी शामिल है), विरासत, धर्म और संस्कृति में समाहित पर्यटन अनुभवों का सर्वोत्तम उपयोग करना।
