संदर्भ:

हाल ही में, इसरो की शाखा न्यू इंडिया स्पेस लिमिटेड (NSIL) ने अपने ऑस्ट्रेलियाई द्वारा निर्मित अब तक के सबसे बड़े उपग्रह प्रक्षेपण के लिए ऑस्ट्रेलियाई सरकार के साथ 18 मिलियन डॉलर के समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए।

प्रमुख बिंदु 

  • न्यू इंडिया स्पेस लिमिटेड और ऑस्ट्रेलियाई कंपनी स्पेस मशीन्स वर्ष 2026 में इसरो के लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (SSLV) के जरिए पृथ्वी की निचली कक्षा में एक ‘उपग्रह निरीक्षण और अवलोकन पेलोड, प्रक्षेपित करेंगे। 
    यह प्रक्षेपण 450 किलोग्राम वजन वाले दूसरे ऑप्टिमस अंतरिक्ष यान का होगा, जो अब तक प्रक्षेपित किया गया सबसे बड़ा आस्ट्रेलियाई डिजाइन वाला उपग्रह होगा।
  • इस साझेदारी में भारत के निजी अंतरिक्ष क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां शामिल होंगी, जैसे- अनंत टेक्नोलॉजीज, जो अतीत में कई मिशनों के लिए इसरो को पार्ट्स और इंजीनियरिंग सेवाएं प्रदान करती रही है।
  • यह मिशन स्पेस मैत्री (Mission for Australia India’s Technology, Research and Innovation-MAITRI) के नाम से जाना जाएगा।

न्यू इंडिया स्पेस लिमिटेड  

  • न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) की स्थापना 6 मार्च, 2019 को कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत की गई थी, जो भारत की पूर्ण स्वामित्व वाली सरकारी कंपनी है।
  • यह अंतरिक्ष विभाग (DoS) के तहत संचालित होती है और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की वाणिज्यिक शाखा के रूप में कार्य करती है। 
  • न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड की मुख्य भूमिका भारतीय उद्योगों को उच्च तकनीक वाली अंतरिक्ष गतिविधियों में शामिल होने में सुविधा प्रदान करना और भारत के अंतरिक्ष मिशनों से प्राप्त उत्पादों तथा सेवाओं को बढ़ावा देना और उनका व्यावसायिक उपयोग करना है। 

न्यू इंडिया स्पेस लिमिटेड का कार्य

  • प्रक्षेपण सेवाएँ: न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड इसरो के पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) और आगामी स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SSLV) का उपयोग करके प्रक्षेपण की सुविधा प्रदान करता है।
  • अंतरिक्ष-आधारित सेवाएँ: न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड ट्रांसपोंडर लीजिंग, रिमोट सेंसिंग डेटा एक्सेस और मिशन सहायता जैसी सेवाएँ प्रदान करता है। 
  • उपग्रह विकास: न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड विशिष्ट उपयोगकर्ता आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु संचार और पृथ्वी अवलोकन उपग्रहों को तैयार कर सकता है। 
  • प्रौद्योगिकी हस्तांतरण: न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड इसरो और अंतरिक्ष विभाग के संस्थानों 

स्पेस मैत्री की मुख्य विशेषताएं

  • सबसे बड़ा ऑस्ट्रेलियाई उपग्रह: यह मिशन अब तक निर्मित सबसे भारी ऑस्ट्रेलियाई उपग्रह को प्रक्षेपित करेगा, जो उनके अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।
  • अंतरिक्ष मलबे पर ध्यान: स्पेस मैत्री (Space MAITRI) का उद्देश्य पृथ्वी की निचली कक्षा में अंतरिक्ष मलबे की बढ़ती समस्या का समाधान करना है।
  • मिशन का वित्तपोषण: इस परियोजना को ऑस्ट्रेलियाई अंतरिक्ष एजेंसी से 8.5 मिलियन डॉलर का अनुदान प्राप्त हुआ है।
  • संबंधों को मजबूत करना: स्पेस मैत्री ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्रों के बीच मैत्री और सहयोग को बढ़ावा देता है।
  • भावी प्रक्षेपण: यह मिशन भारतीय धरती से भविष्य में ऑस्ट्रेलियाई उपग्रह प्रक्षेपण का मार्ग प्रशस्त करता है, जो द्विपक्षीय अंतरिक्ष सहयोग के एक नए युग का प्रतीक है।

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