संदर्भ:

संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच इंडस-एक्स (INDUS-X) रक्षा पहल इस वर्ष अपनी पहली वर्षगांठ मना रही है।

इंडस-एक्स पहल 

  • इंडस-एक्स को 21 जून, 2023 को अमेरिकी रक्षा विभाग और भारतीय रक्षा मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था।
  • इसने महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकी (क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी – iCET) पहल के तहत रक्षा नवाचार सेतु के निर्माण हेतु दोनों देशों की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाया है।
  • तीसरा इंडस-एक्स शिखर सम्मेलन सितंबर 2024 में सिलिकॉन वैली में आयोजित किया जाएगा, जिसमें रक्षा नवाचार हेतु निजी पूंजी का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
    शिखर सम्मेलन का सह-आयोजन अमेरिका-भारत सामरिक साझेदारी मंच (USISPF) और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा की जाएगी।

महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकी पहल (iCET)

  • इसको भारतीय प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा 24 मई, 2022 को टोक्यो में क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान शुरू किया गया था।
  • ” iCET “ का उद्देश्य महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में भारत और अमेरिका के बीच सहयोग को मजबूत करना है।
  • यह आर्थिक विकास को बढ़ाने, नवाचार में वृद्धि करने और रणनीतिक व्यापार को आगे बढ़ाने पर केंद्रित है।

इसके तहत, भारत अमेरिका के साथ अपनी प्रमुख तकनीकों को साझा करने के लिए तैयार है, बदले में अमेरिकी तकनीकों तक पारस्परिक पहुंच की उम्मीद कर रहा है।

इंडस-एक्स का महत्व

  • इसने रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनियों, निवेशकों और शोधकर्ताओं के बीच साझेदारी को सुविधाजनक बनाकर संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच निजी क्षेत्र के सहयोग को मजबूत किया है।
  • यह भविष्य की तकनीकी प्रगति और रणनीतिक साझेदारी के लिए मंच तैयार करता है तथा परस्पर-राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी तंत्र को प्रोत्साहित करता है।

भारत और अमेरिका के प्रमुख प्रमुख रक्षा एवं सुरक्षा समझौते

  • वर्ष 2016 में लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA) पर हस्ताक्षर किया गया।
  • वर्ष 2017 में प्रतिबंधों के माध्यम से अमेरिका के विरोधियों का मुकाबला करने संबंधी अधिनियम (CAATSA) पारित किया गया।
  • वर्ष 2018 में संचार संगतता और सुरक्षा समझौता (COMCASA)  
  • वर्ष 2020 में बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (BECA)

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