संदर्भ:
हाल ही में, कैलिफोर्निया में इंडस-एक्स शिखर सम्मेलन (INDUS-X Summit) का तीसरा आयोजन संपन्न हुआ, जिसमें रक्षा नवाचार में भारत और अमेरिका के बीच सहयोग पर जोर दिया गया।
अन्य संबंधित जानकारी
- 9-10 सितंबर, 2024 को आयोजित इस शिखर सम्मेलन का आयोजन यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था।
- रक्षा नवाचार में सहयोग बढ़ाने के लिए भारत के रक्षा उत्कृष्टता नवाचार (Innovations for Defence Excellence (iDEX) और अमेरिकी रक्षा विभाग के तहत रक्षा नवाचार इकाई (Defence Innovation Unit (DIU) द्वारा एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।
- शिखर सम्मेलन में प्रौद्योगिकी प्रवृत्तियों, स्टार्टअप क्षमता निर्माण और रक्षा नवाचारों के लिए वित्तपोषण के अवसरों पर भी चर्चा हुई, जिससे रक्षा प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता प्रदर्शित हुई।
- इस शिखर सम्मेलन में इंडस-एक्स (INDUS-X) के अंतर्गत एक नई चुनौती की घोषणा, इंडस-एक्स प्रभाव रिपोर्ट जारी करना तथा रक्षा उत्कृष्टता नवाचार (iDEX) और रक्षा नवाचार इकाई (DIU) वेबसाइटों पर आधिकारिक इंडस-एक्स वेबपेज का शुभारंभ भी किया गया।
रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार (iDEX)
शुरुआत: रक्षा मंत्रालय द्वारा अप्रैल 2018 में शुरू किया गया।
उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य स्टार्टअप, इनोवेटर्स, एमएसएमई, इनक्यूबेटर और शिक्षाविदों के साथ सहयोग को बढ़ावा देकर भारतीय रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र के लिए नई, स्वदेशी और नवीन तकनीकों के तेजी से विकास को सुविधाजनक बनाना है।
वित्तीय सहायता:
- अनुसंधान और विकास परियोजनाओं के लिए अनुदान, वित्त पोषण और सहायता प्रदान करता है।
- इस योजना को रक्षा नवाचार संगठन (Defence Innovation Organisation-DIO) ढांचे के माध्यम से लगभग 300 एमएसएमई एवं स्टार्ट-अप और लगभग 20 भागीदार इनक्यूबेटरों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 से वित्तीय वर्ष 2025-26 की अवधि के लिए 498.8 करोड़ रुपये की बजटीय सहायता दी गई है।
भारत-अमेरिका रक्षा त्वरण पारिस्थितिकी तंत्र (India-U.S Defence Acceleration Ecosystem-INDUS-X) के विवरण
- शुरुआत: 21 जून, 2023
- रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार (iDEX), रक्षा मंत्रालय और अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा शुरू किया गया।
- यह रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार संरचना के अंतर्गत एक उप-योजना है।
- उद्देश्य: अमेरिकी और भारतीय कंपनियों, सरकारों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सैन्य उद्योग सहयोग और सामरिक तकनीकी साझेदारी का विस्तार करना।
- महत्व: इसके शुरू होने के बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा प्रौद्योगिकी निवेश, अनुसंधान और औद्योगिक साझेदारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
इंडस-एक्स प्रगति तंत्र: इसमें निम्न तीन केंद्रीय तंत्र शामिल हैं:
- सूचना अंतराल को पाटना: यह निवेशकों और स्टार्टअप्स के लिए व्यावसायिक अवसरों को स्पष्ट करने और अमेरिकी और भारतीय अधिग्रहण प्रक्रियाओं को सरल बनाकर सूचना विषमताओं को कम करता है।
- नेटवर्क का निर्माण: इंडस-एक्स निजी निवेशकों और प्रयोगशालाओं को स्टार्टअप्स और इंजीनियरों के साथ जोड़ने के लिए परस्पर-राष्ट्र सामाजिक और वाणिज्यिक नेटवर्क बनाता है, जिससे सहयोग बढ़ता है।
- विनियामक तनाव को कम करना: सरकारी और निजी क्षेत्रों को जोड़कर, इंडस-एक्स रक्षा ज्ञान, वस्तुओं और सेवाओं को एकीकृत करने में विनियामक चुनौतियों को कम करने में मदद करता है।