संदर्भ:
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्तीय क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के जिम्मेदार और नैतिक सक्षमता के लिए एक रूपरेखा (FREE-AI) विकसित करने हेतु एक समिति गठित करने की घोषणा की है।
समिति के बारें में :
- यह आठ सदस्यीय समिति होगी जिसकी अध्यक्षता आईआईटी बॉम्बे (कम्प्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग) के प्रोफेसर पुष्पक भट्टाचार्य करेंगे।
- यह समिति वैश्विक स्तर पर और भारत में भी वित्तीय सेवाओं में AI को अपनाने के वर्तमान स्तर का आंकलन करेगी।
- यह वैश्विक स्तर पर वित्तीय क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए AI के लिए नियामक और पर्यवेक्षी दृष्टिकोण की समीक्षा करेगा।
- यह AI से जुड़े संभावित जोखिमों (यदि कोई हो) की भी पहचान करेगा और बैंकों, एनबीएफसी, फिनटेक, पीएसओ आदि सहित वित्तीय संस्थानों के लिए मूल्यांकन, शमन तथा निगरानी ढांचे और परिणामी अनुपालन आवश्यकताओं की सिफारिश करेगा।
- यह एक ऐसे ढांचे की भी सिफारिश करेगा जिसमें भारतीय वित्तीय क्षेत्र में AI मॉडल/अनुप्रयोगों को जिम्मेदारीपूर्वक, नैतिक रूप से अपनाने हेतु शासन संबंधी पहलू शामिल हों।
- यह अपनी पहली बैठक की तारीख से छह महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
भारतीय वित्तीय क्षेत्र में AI:
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी अक्टूबर महीने की रिपोर्ट में बैंकिंग क्षेत्र में AI की परिवर्तनकारी क्षमता को मान्यता दी है, जैसे: –
- AI को प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने, त्रुटियों को कम करने और ग्राहक अनुभव को बढ़ाने के साधन के रूप में देखा जाता है।
- AI-संचालित समाधान जोखिम मूल्यांकन, धोखाधड़ी का पता लगाने और बेहतर ग्राहक सेवा में सुधार कर सकते हैं।
- इन नवाचारों से बैंकिंग सेवाएं अधिक से अधिक लोगों के लिए सुलभ हो सकेंगी।
चुनौतियाँ एवं चिंताएँ:
- भारतीय रिजर्व बैंक ने AI एल्गोरिदम में पूर्वाग्रह के जोखिम पर प्रकाश डाला, जिससे भेदभावपूर्ण परिणाम सामने आ सकते हैं।
- AI के जिम्मेदार उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए डेटा गोपनीयता और सुरक्षा चिंताओं का समाधान करने की आवश्यकता है।
निजी बनाम सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा अंगीकरण:
- निजी क्षेत्र के बैंक डिजिटल नवाचार पर ध्यान केंद्रित करते हुए AI समाधान अपनाने में अधिक सक्रिय रहे हैं।
- वे ग्राहक वर्गीकरण, रोबोट-परामर्श और व्यक्तिगत वित्तीय सलाह हेतु AI का उपयोग करते हैं।
- सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भी तेजी से AI की क्षमता को पहचान रहे हैं।
- AI विकास के साथ-साथ बैंकों को नवाचार और प्रौद्योगिकी के जिम्मेदार उपयोग के बीच संतुलन बनाना होगा।