संदर्भ:
हाल ही में, भारतीय रिजर्व बैंक(RBI) ने डिजिटल धोखाधड़ी के समाधान के लिए एक प्रमुख पहल के रूपमें MuleHunter.AI जारी किया है, जो एक AI-संचालित उपकरण है जिसे वित्तीय संस्थानों को म्यूल बैंक खातों की पहचान करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
अन्य संबंधित जानकारी:
- डिजिटल धोखाधड़ी को कम करने और भारत की बैंकिंग प्रणाली की सुरक्षा बढ़ाने के लिए केंद्रीय बैंक की प्रतिबद्धता को दर्शाता है ।
- पिछले वर्ष, भारत सरकार ने इस बढ़ती समस्या से निपटने के लिए लगभग 4.5 लाख म्यूल बैंक खातों को बंद कर दिया था।
MuleHunter.AI विकसित करने के पीछे कारण:
बैंकिंग उद्योग के लिए म्यूल खाते एक गंभीर चुनौती बन गए हैं, कुछ बड़े बैंकों में प्रति माह 400-500 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी वाले लेनदेन की खबरें हैं।
इन धोखाधड़ी का उपयोग अक्सर साइबर अपराधों से प्राप्त अवैध धन को सफेद करने तथा वित्तीय प्रणाली में जनता के विश्वास को कमजोर करने के लिए किया जाता है।
MuleHunter.AI से पहले, बैंक मुख्य रूप से म्यूल खातों का पता लगाने के लिए नियम-आधारित प्रणालियों का उपयोग करते थे।
- हालांकि, ये प्रणालियां अक्सर झूठे तथा सकारात्मक परिणाम देने वाले संदिग्ध खातों की पहचान करने में अधिक समय लेती थीं , जिसके कारण कई खातों का पता नहीं चल पाता था।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, साइबर अपराध की शिकायतों में ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी की हिस्सेदारी 67.8 प्रतिशत है , जो प्रभावी एआई-आधारित धोखाधड़ी रोकथाम समाधानों की आवश्यकता को उजागर करता है।
म्यूल खाते के मामले में वृद्धि हो रही हैं। 2023 में वित्तीय संस्थानों के लिए कुल धोखाधड़ी मामलों में से 53% मनी म्यूल के कारण थे।
सरकार और नियामक संस्थाओं द्वारा इस अपराध से लड़ने के लिए सक्रिय रूप से काम करने के बावजूद, साइबर अपराधी कानून को दरकिनार करने और धन शोधन गतिविधियों को अंजाम देने के लिए नए-नए तरीके अपनाते रहते हैं ।
MuleHunter.AI कार्यप्रणाली के बारे में:
- MuleHunter.AI एक AI/ML-आधारित समाधान है जिसे बेंगलुरु स्थित रिजर्व बैंक इनोवेशन हब (RBIH) द्वारा विकसित किया गया है ।
- RBIH भारतीय रिजर्व बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जिसकी स्थापना वित्तीय क्षेत्र में नवाचार तथा सुविधाजनक वातावरण को बढ़ावा देने के लिए की गई है। वर्तमान में यह दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ सम्बद्ध किया जा रहा है।
- डिजिटल धोखाधड़ी और धन शोधन गतिविधियों के बढ़ते खतरे से स्वयं को और अपने ग्राहकों को बचाने के लिए वित्तीय संस्थानों की क्षमताओं को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है ।
- यह लेनदेन डेटा और खाता विवरण को संसाधित करने के लिए उन्नत मशीन लर्निंग (ML ) एल्गोरिदम का उपयोग करता है तथा पारंपरिक नियम-आधारित प्रणालियों की तुलना में अधिक सटीकता और गति के साथ म्यूलखातों की भविष्यवाणी करता है।
- इस दृष्टिकोण से पता लगाने की दर में सुधार होता है और झूठे सकारात्मक परिणामों की संख्या कम हो जाती है , जिससे बैंकों को संदिग्ध म्यूल खातों की पहचान अधिक शीघ्रता और प्रभावी ढंग से करने में सहायता मिलती है।