संदर्भ:

कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) ने संशोधित मॉडल कौशल ऋण योजना शुरू की है।

योजना की विशेषताएं:

  • यह योजना छात्रों और अभ्यर्थियों की उन्नत कौशल पाठ्यक्रमों तक पहुंच को सुलभ बनाती है, जो कि वहन करने के लिए बहुत महंगे हो सकते हैं, लेकिन वर्तमान बाजार में रोजगार के लिए इनकी आवश्यकता है।
  • वित्त मंत्रालय से अनुमोदन प्राप्त कर MSDE ने योजना के दिशानिर्देशों में महत्वपूर्ण संशोधन किए हैं।
  • अब, एनबीएफसी, माइक्रो फाइनेंस संस्थान और लघु वित्त बैंक भी ऋण देने के लिए पात्र होंगे, जो वितरित ऋण के 75% तक डिफ़ॉल्ट के विरुद्ध गारंटी द्वारा समर्थित होगा।
  • क्रेडिट गारंटी कवर के लिए पात्र व्यक्तिगत ऋणों की अधिकतम सीमा 1.50 लाख रुपये से बढ़ाकर 7.50 लाख रुपये कर दी गई है।

योजना का महत्व

  • यह पहल 2047 के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण का हिस्सा है, जिसमें भारत को एक महाशक्ति के रूप में देखा जाएगा, जिसमें युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
  • यह इच्छुक उम्मीदवारों को स्वास्थ्य सेवा, आईटी, AI -डेटा विज्ञान, क्लाउड एप्लिकेशन, डिजिटल मार्केटिंग, हॉस्पिटैलिटी, एनीमेशन, गेमिंग, ग्राफिक डिजाइन और ड्रोन प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में कौशल पाठ्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है।
  • यह तेजी से हो रहे तकनीकी परिवर्तनों से उत्पन्न होने वाली अत्यधिक कुशल कार्यबल की आवश्यकताओं को पूरा करने की चुनौतियों का समाधान करता है।
    इस योजना के अंतर्गत प्लेसमेंट अवसर और अंतर्राष्ट्रीय गतिशीलता की संभावना भी प्रदान की जाती है।

इस प्रकार की पिछली पहलें:

  • कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने कौशल विकास के लिए क्रेडिट गारंटी निधि योजना (CCFSSD) की शुरुआत 2015 में की थी, ताकि कौशल विकास क्षेत्र में निर्बाध ऋण प्रवाह सुनिश्चित किया जा सके और कम आय वाले युवाओं को विशेष कौशल पाठ्यक्रमों के लिए किफायती वित्त तक पहुंच प्रदान की जा सके।
    यह नई मॉडल कौशल ऋण योजना इसी का संशोधित संस्करण है।

Also Read:

कर्नाटक में लिथियम की खोज

Shares: