संबंधित पाठ्यक्रम:
सामान्य अध्ययन 3: भारतीय अर्थव्यवस्था और योजना, संसाधनों का जुटाव, वृद्धि, विकास और रोजगार से संबंधित मुद्दे।
संदर्भ :
वाणिज्य एंव उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2025 में आठ प्रमुख उद्योगों के संयुक्त सूचकांक में साल-दर-साल 0.5% की वृद्धि हुई है।
अप्रैल 2025 के लिए आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक (ICI) की मुख्य विशेषताएं:
- जनवरी 2025 के लिए आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक की अंतिम वृद्धि दर 5.1 प्रतिशत देखी गई।
- अप्रैल से मार्च, 2024-25 तक ICI की संचयी वृद्धि दर पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 4.5 प्रतिशत (अनंतिम) है।
- हालांकि, अप्रैल में 0.5 प्रतिशत की दर से आठ प्रमुख क्षेत्रों की वृद्धि न केवल मार्च के 4.6 प्रतिशत से नीचे थी, बल्कि आठ महीनों में सबसे कम थी।
- अगस्त 2024 के बाद से विकास इतना कम नहीं रहा है; जब इन क्षेत्रों में 1.5% का सामूहिक संकुचन दर्ज किया गया था।
क्षेत्र | भार (%) | अप्रैल 2024 की तुलना में अप्रैल 2025 में वृद्धि (%) | संचयी वृद्धि (अप्रैल-मार्च 2024-25 पिछले वर्ष की तुलना में) (%) |
कोयला | 10.33 | +3.5 | +5.1 |
कच्चा तेल | 8.98 | −2.8 | −2.2 |
प्राकृतिक गैस | 6.88 | +0.4 | -1.2 |
पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद | 28.04 | -4.5 | +2.8 |
उर्वरक | 2.63 | −4.2 | +2.9 |
इस्पात | 17.92 | +3.0 | +6.9 |
सीमेंट | 5.37 | +6.7 | +6.3 |
बिजली | 19.85 | +1.0 | +5.2 |
कम वृद्धि का कारण
- नए वित्तीय वर्ष की ख़राब शुरुआत आंशिक रूप से अमेरिका के ‘टैरिफ के संबंध में उग्र व्यवहार’ के कारण हुई जहां “अभूतपूर आर्थिक अनिश्चितता” के कारण मौजूद थे |
- इन शुल्कों के कारण निर्यातक देशों में व्यापक अनिश्चितता फैल गई, हालांकि एक सप्ताह बाद ही इन्हें 90 दिन की अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के बारे में
- IIP एक मासिक सूचकांक है जो भारत के औद्योगिक क्षेत्रों के प्रदर्शन को मापता है।
- सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के अंतर्गत केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (CSO) 1950 से भारत में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के संकलन और प्रकाशन के लिए जिम्मेदार है।
- IIP की गणना लासपेयर के सूत्र का उपयोग करके की जाती है , जो उत्पादन सापेक्षों का एक सरल भारित अंकगणितीय माध्य है।
- वर्तमामें IIP के आंकड़ों की गणना 2011-2012 को आधार वर्ष मानकर की जाती है।
- वर्तमान IIP बास्केट में तीन क्षेत्रों के अंतर्गत 839 प्रतिनिधि वस्तुएं शामिल हैं –
- खनन – 14.37%
- विनिर्माण – 77.63%
- विद्युत – 7.99%
- आठ प्रमुख सेक्टर उद्योगों का IIP में शामिल मदों के भार में 40.27% हिस्सा है।
- आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक में उद्योगों का भार इस प्रकार है : पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद – 28.04% > विद्युत – 19.85% > इस्पात – 17.92% > कोयला – 10.33% > कच्चा तेल – 8.98% > प्राकृतिक गैस – 6.88% > सीमेंट – 5.37% > उर्वरक – 2.63%।