संदर्भ:

आईपीबीईएस ने 2024 में प्रतिष्ठित ब्लू प्लैनेट पुरस्कार जीता है, जिससे वैश्विक पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान प्रदान करने में मदद मिली है।

अन्य संबंधित जानकारी

  • जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं पर अंतर-सरकारी विज्ञान-नीति मंच  (Intergovernmental Science-Policy Platform on Biodiversity and Ecosystem Services-IPBES) को जैव विविधता, पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं और बेहतर विज्ञान-सूचित नीति और कार्रवाई को सुविधाजनक बनाने में इसके प्रयासों के लिए वर्ष 2024 का ब्लू प्लैनेट पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
  • प्रोफेसर रॉबर्ट कोस्टान्ज़ा को भी पारिस्थितिक अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उनके आधारभूत योगदान के लिए ब्लू प्लैनेट पुरस्कार प्रदान किया गया। पारिस्थितिक अर्थशास्त्र अध्ययन का एक नया क्षेत्र है जो यह मानता है कि अर्थव्यवस्था समाज और एक परिमित जीवमंडल में अंतर्निहित है।

ब्लू प्लैनेट पुरस्कार 

  • ब्लू प्लैनेट पुरस्कार शीर्ष वैश्विक स्थिरता पुरस्कारों में से एक है, जो वैज्ञानिक अनुसंधान और इसके अनुप्रयोग में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए व्यक्तियों और संगठनों को प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है, जिससे वैश्विक पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान प्रदान करने में मदद मिली है।
  • यह पुरस्कार असाही ग्लास फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है जिसका मुख्यालय जापान के टोक्यो में स्थित है।
  • इस पुरस्कार हेतु दो विजेताओं का चयन किया जाता है और पुरस्कार में 500,000 अमेरिकी डॉलर की राशि प्रदान की जाती है।
  • इसकी स्थापना रियो अर्थ समिट आयोजित किए जानेवाले वर्ष 1992 में हुई थी। इस पुरस्कार का नाम अंतरिक्ष में जाने वाले पहले व्यक्ति (रूसी अंतरिक्ष यात्री यूरी गगारिन) द्वारा हमारे ग्रह (पृथ्वी) को देखने के बाद कही गई टिप्पणी “पृथ्वी नीली है” से प्रेरित है।
  • यह पुरस्कार पृथ्वी के नाजुक पर्यावरण को स्वस्थ बनाने के प्रयासों को प्रोत्साहित करने की आशा में दिया जाता है।

जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं पर अंतर-सरकारी विज्ञान-नीति मंच 

  • जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं पर अंतर-सरकारी विज्ञान-नीति मंच (IPBES) एक स्वतंत्र अंतर-सरकारी संगठन है, जिसकी स्थापना राज्यों द्वारा जैव विविधता के संरक्षण एवं सतत उपयोग, दीर्घकालिक मानव कल्याण तथा सतत विकास हेतु जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं के लिए विज्ञान-नीति इंटरफेस (अंतरापृष्ठ) को मजबूत करने के लिए की गई है।
  • इसकी स्थापना 21 अप्रैल, 2012 को पनामा सिटी में 94 सरकारों द्वारा की गई थी। वर्तमान में इसके 145 से अधिक सदस्य देश हैं।
  • आईपीबीईएस का सचिवालय जर्मनी के बॉन में स्थित है।

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