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प्रारंभिक परीक्षा सामान्य अध्ययन 1: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के वर्तमान घटनाक्रम।
संदर्भ: नए पुरातत्वीय शोध के अनुसार, तबास्को में स्थित 3,000 साल पुराने अगुआडा फेनिक्स परिसर को एक भव्य ‘कॉस्मोग्राम’ के रूप में डिज़ाइन किया गया था।
अवस्थिति और आकार
- यह मेक्सिको के तबास्को में, ग्वाटेमाला की सीमा के पास स्थित है।
- यह अब तक का सबसे बड़ा और सबसे प्राचीन ज्ञात माया आनुष्ठानिक स्थल है।
- इसकी लम्बाई लगभग एक मील (1,400 मीटर) और चौडाई 1/4 मील है।
- इसका कुल आयतन गीज़ा के ग्रेट पिरामिड (3.2–4.3 मिलियन घन मीटर) से भी अधिक है।
आयु और निर्माण
- इसका निर्माण 1000 से 800 ईसा पूर्व के बीच हुआ था।
- इसे कई चरणों में बनाया गया, जिनमें विभिन्न प्रकार की मिट्टी की परतें डाली गईं।
- इसके निर्माण में अनुमानित 10–13 मिलियन व्यक्ति-दिवस का श्रम लगा।
- इसे एक गैर-पदानुक्रमित, सहकारी समाज द्वारा निर्मित किया गया था।
स्थापत्य विशेषताएँ

- यह एक विशाल कॉस्मोग्राम का रूप लेता है, जो माया सभ्यता के ब्रह्मांड मॉडल का प्रतिनिधित्व करता है।
- इसमें एक बड़ा क्रॉस-आकार (क्रूसफॉर्म) का गड्ढा है, जिसमें अनुष्ठानिक सामग्री रखी गई है।
- गड्ढों में पाए गए रंगकण चार प्रमुख दिशाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं – उत्तर (चमकदार नीला एजुराइट ), दक्षिण (पीला गेरुआ), पूर्व (हरा मैलेकाइट), और पश्चिम (मोती जैसे शंख) – और इन्हें मेसोअमेरिका में दिशात्मक रंग प्रतीकवाद का सबसे पुराना ज्ञात उदाहरण माना जाता है।
- इसकी केंद्ररेखा 17 अक्टूबर और 24 फरवरी को सूर्योदय के साथ संरेखित होती है, जो माया 260-दिन के अनुष्ठान कैलेंडर को दर्शाती है।
- इसमें जलाशय, ऊंचे पुल-पथ (Causeways), डूबे हुए मार्ग (Sunken Corridors) और एक बांध शामिल हैं।
सांस्कृतिक और सामाजिक महत्त्व
- इसमें सामाजिक पदानुक्रम जैसे महल या मकबरे के कोई प्रमाण नहीं मिलते।
- यह दर्शाता है कि सामूहिक कार्य और साझा अनुष्ठान इसका आधार थे।
- इसमें आनुष्ठानिक जेड कुल्हाड़ियों, शंख, हड्डियों और सिरैमिक्स सहित कलाकृतियाँ शामिल हैं।
- जेड मूर्तियाँ देवताओं या शासकों की महिमा बढ़ाने के बजाय प्राकृतिक घटनाओं और दैनिक जीवन को दर्शाती हैं, जिसमें ‘जेड महिला’ नामक बच्चे को जन्म देती महिला भी शामिल है।
- यह उन्नत आध्यात्मिक, खगोलीय और कैलेंडर संबंधी ज्ञान पर जोर देता है, जो प्रारंभिक माया ब्रह्मांड विज्ञान, अनुष्ठानों और सामाजिक संगठन की अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
- वास्तुकला में क्रूसफॉर्म आकार और रंग प्रतीकवाद इस बात का भौतिक रूप हैं कि पृथ्वी का तल किस प्रकार व्यवस्थित था, और इसे मुख्य दिशाओं द्वारा संचालित किया जाता था।
पुरातात्विक महत्व
- यह उन पूर्व मॉडलों को चुनौती देता है जिनमें माना गया था कि माया जटिलता केवल अभिजात वर्ग के प्रभुत्व से विकसित हुई थी। संभव है कि इसके निर्माता एक समानतावादी, सहयोगी समाज के सदस्य थे, जिनकी रुचि सामुदायिक अनुष्ठान, खगोलीय अवलोकन और कैलेंडर प्रणाली में थी।
- बांध और नहरें पानी के महत्व को व्यावहारिक और प्रतीकात्मक दोनों रूपों में दर्शाती हैं, जो नीले/हरे रंग के पिगमेंट, शंख और हरित पत्थर की भेंटों में भी परिलक्षित होता है।
- यह प्रारंभिक माया सामाजिक समानता और बड़े पैमाने पर सामूहिक श्रम को दर्शाती है।
- यह ओल्मेक और अन्य मेसोअमेरिकन समूहों के साथ व्यापक अंतर-क्षेत्रीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान को उजागर करती है।
प्रयुक्त पुरातात्विक तकनीकें:
- इसकी खोज के लिए LiDAR हवाई सर्वेक्षण तकनीक का उपयोग किया गया।
- इसका उत्खनन बहु-विषयक टीमों द्वारा किया गया, जिनमें मिडिल उसुमासिंटा पुरातत्व परियोजना भी शामिल है।
- रेडियोकार्बन डेटिंग और सिरैमिक विश्लेषण से इसके कालक्रम का पता चला।
