संदर्भ:

अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस (3 दिसंबर) के अवसर पर, भारत सरकार ने देश भर में दिव्यांगजनों  को सशक्त बनाने के लिए 16 परिवर्तनकारी पहल शुरू कीं। 

अन्य संबंधित जानकारी

  • ये पहल सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा शुरू की गई हैं।
  • इन पहलों का उद्देश्य प्रत्येक दिव्यांगजन हेतु समान अवसर, पहुंच और सशक्तिकरण सुनिश्चित करना है।

पहल की मुख्य विशेषताएं

  • सुगम्य भारत अभियान: समावेशी बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने हेतु सुगम्यता लेखा परीक्षकों को पैनल में शामिल करने के लिए एक ऑनलाइन मंच
  • सुगम्य भारत अभियान: दिव्यांगजनों का संघ   के साथ साझेदारी में, दिव्यांगजन एआई-सक्षम “यस टू एक्सेस” ऐप का उपयोग करके सार्वजनिक स्थान तक पहुँच  सुविधा का आंकलन करते हैं। 
  • अभिगमन के मार्ग- भाग 3: दिव्यांगजनों के लिए रोजगार, वित्तीय सेवाओं और स्वास्थ्य सेवा पर सरकारी संसाधनों को रेखांकित करने वाला एक संग्रह।
  • उच्च-पावर का चश्मा: सीएसआईआर-सीएसआईओ द्वारा विकसित, ये चश्मा कम दृष्टि वाले व्यक्तियों के लिए दृश्य स्पष्टता बढ़ाते हैं।
  • दिव्याशा ई-कॉफी टेबल बुक: एलिम्को की ई-बुक, जो अपनी 50 साल की यात्रा के उपलक्ष्य में लॉन्च की गई है, दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान करने की प्रेरक कहानियों और उपलब्धियों को दर्शाती है। 
  • कदम नी ज्वाइंट: आईआईटी मद्रास और एसबीएमटी द्वारा एक नवाचार, लोगों के लिए बेहतर गतिशीलता प्रदान करता है।
  • जागरूकता विकास पोर्टल: जागरूकता योजना के तहत कुशल अनुप्रयोगों के लिए एक डिजिटल मंच । 
  • सुलभ कहानी पुस्तकें: समावेशी शिक्षा की सहायता करने के लिए ब्रेल, ऑडियो और बड़े प्रिंट में 21 सुलभ पुस्तकें जारी की गईं।
  • मानक भारती ब्रेल कोड: सार्वजनिक परामर्श हेतु 13 भारतीय भाषाओं में ब्रेल लिपियों के मानकीकरण के लिए एक मसौदा।
  • ब्रेल बुक पोर्टल: ऑनलाइन ब्रेल पुस्तक जमा करने के लिए एक नया पोर्टल।
  • इंफोसिस बीपीएम के साथ समझौता ज्ञापन:  PM DAKSH  पोर्टल की दिव्यांगजन रोज़गार सेतु पहल के माध्यम से दिव्यांगजनों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण  साझेदारी। 
  • रोजगार कौशल पुस्तक: 11 भारतीय भाषाओं में जारी यह पुस्तक दिव्यांगजनों के लिए शिक्षा और रोजगार के बीच के अंतराल  को पाटने में मुख्य भूमिका। ।
  • इन्फोसिस स्प्रिंगबोर्ड कौशल कार्यक्रम: बधिर शिक्षार्थियों को कौशल विकसित करने, फ्रीलांसिंग और रोजगार के अवसरों तक पहुँच सुनिश्चित करने हेतु यूनिकी (Yunikee) के साथ इन्फोसिस की साझेदारी।
  • श्रवण बाधित व्यक्तियों  के लिएGoogle एक्सटेंशन: साइनअप मीडिया और युनिकी बधिर समुदाय के लिए मीडिया और शिक्षा में सुलभ सांकेतिक भाषा संचार प्रदान करते हैं।
  • ई-सानिध्य पोर्टल: टाटा पावर और राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (NIEPID) द्वारा विकसित न्यूरो-विविधता की स्थिति, विशेष रूप से ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों की सहायता के लिए एक ऑनलाइन सेवा मंच।
  • भारतीय बुद्धि परीक्षण: NIEPID द्वारा विकसित एक स्वदेशी, सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक बुद्धिमत्ता जांच, जिसे दिसंबर 2023 में शुरू किया गया है। 

दिव्यांगजन हेतु सरकार की अन्य पहलें

दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (DEPwD): दिव्यांगजनों के लिए नीति और कल्याणकारी प्रयासों को प्राथमिकता देने के लिए, 12 मई, 2012 को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत दिव्यांगजन कार्य विभाग का गठन किया गया था। 8 दिसंबर, 2014 को इसका नाम बदलकर दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग कर दिया गया। 

सुगम्य भारत अभियान: 3 दिसंबर, 2015 को शुरू किया गया, सुगम्य भारत अभियान का उद्देश्य सुलभ सार्वजनिक स्थानों, परिवहन और सूचना एवं संचार प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करके दिव्यांगजनों हेतु सार्वभौमिक पहुँच सुनिश्चित करना है। 

दीनदयाल दिव्यांगजन पुनर्वास योजना (DDRS): यह गैर-सरकारी संगठनों को उन परियोजनाओं के लिये अनुदान प्रदान करने की एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जो दिव्यांगजनों के पुनर्वास में सहायता करती हैं, जिससे उन्हें अपेक्षित शारीरिक, संवेदी, बौद्धिक, मनोरोग या सामाजिक कामकाज प्राप्त करने में मदद मिलती है। 

सहायक यंत्रों/उपकरणों की खरीद/फिटिंग हेतु दिव्यांजन सहायता (ADIP) योजना: इस योजना का उद्देश्य दिव्यांगजनों को आधुनिक सहायताउपकरण प्राप्त करने में मदद करने वाली एजेंसियों को अनुदान प्रदान करना है ताकि उनके पुनर्वास में सहायता की जा सके, दिव्यांगता प्रभावों को कम किया जा सके और आर्थिक क्षमता को बढ़ाया जा सके। 

PM-DAKSH: पीएम-दक्ष योजना दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत दिव्यांगजनों के कौशल विकास और रोजगार हेतु एक एकीकृत मंच है। उसमे निम्न शामिल हैं:

  • दिव्यांगजन कौशल विकास: यह दिव्यांगजनों के लिए राष्ट्रव्यापी कौशल प्रशिक्षण प्रदान करता है।
  • दिव्यांगजन रोज़गार सेतु: दिव्यांगजनों को नियोक्ताओं से जोड़ता है, पूरे भारत में जियो-टैग किए गए नौकरी के अवसर प्रदान करता है। 
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