सम्बन्धित पाठ्यक्रम
सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र–1: महत्वपूर्ण भूभौतिकीय घटनाएँ जैसे भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी गतिविधि, चक्रवात आदि।
संदर्भ: रूस के तट के पास आए एक शक्तिशाली भूकंप के बाद भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (INCOIS) ने स्पष्ट किया है कि भारत को सुनामी का कोई खतरा नहीं है।
अन्य सम्बन्धित जानकारी
- 30 जुलाई 2025 (भारतीय मानक समयानुसार) रूस के सुदूर पूर्व में कामचटका के पूर्वी तट पर 8.8 तीव्रता का तीव्र भूकंप आया।
- इस भूकंप के कारण रूस, जापान, प्रशांत द्वीप समूह, और संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ हिस्सों में सुनामी लहरें उत्पन्न हुईं।
सुनामी के बारे में
- सुनामी महासागर में बड़े पैमाने पर जल के अचानक विस्थापन से उत्पन्न तरंगों की एक श्रंखला होती है।
- समुद्र तल के नीचे या उसके निकट आने वाले बड़े भूकंप इसके सबसे आम कारण हैं। इसके अतिरिक्त भूस्खलन, ज्वालामुखी विस्फोट, विशेष प्रकार की मौसमी घटनाएँ, उल्कापिंडों का समुद्र में गिरना, आदि भी सुनामी उत्पन्न कर सकते हैं।
- भूकंप पृथ्वी की सतह पर अचानक कंपन या झटके होते हैं, जो भू-पर्पटी में ऊर्जा के मुक्त होने से उत्पन्न होते हैं।
सुनामी के प्रमुख कारण

- समुद्र तल के नीचे भूकंप (लगभग 80% मामलों में): अधिकांश सुनामी समुद्र तल के नीचे शक्तिशाली भूकंपों के कारण आती हैं, जिसके परिणामस्वरूप समुद्र तल का ऊर्ध्वाधर विस्थापन होता है।
- इस प्रकार का आकस्मिक उत्थान या अवतलन जल को ऊपर या नीचे की ओर धकेलता है, जिससे लहरें उत्पन्न होती हैं जो समुद्र में तेजी से बाहर की ओर फैलती हैं।
- सुनामी उत्पन्न करने वाले भूकंप की परिस्थितियाँ:
- तीव्रता: भूकंप की तीव्रता पर्याप्त रूप से अधिक होनी चाहिए — सामान्यतः रिक्टर पैमाने पर 7.0 से अधिक।
- स्थान: भूकंप समुद्र तल के नीचे या उसके निकट घटित होना चाहिए।
- ऊर्ध्वाधर गति: इसमें उत्थान या अवतलन शामिल होना चाहिए (न कि केवल क्षैतिज स्थानांतरण)।
- अवधि और क्षेत्र : यदि भूकंप लंबी अवधि तक चलता है और व्यापक क्षेत्र को प्रभावित करता है, तो अधिक जल विस्थापित होता है।
- गहराई: उथले-केन्द्र वाले भूकंप (सतह के निकट) से सुनामी उत्पन्न होने की अधिक संभावना होती है।
- जल के नीचे भूस्खलन: समुद्र के भीतर भूकंप के कारण होने वाले भूस्खलन भी जल को विस्थापित करके सुनामी उत्पन्न कर सकते हैं।
- ज्वालामुखी विस्फोट: समुद्र के निकट या समुद्र के भीतर स्थित ज्वालामुखियों के विस्फोट अथवा उनके ढलानों के ढहने से अचानक जल विस्थापित होता है, जिससे सुनामी उत्पन्न हो सकती है।
- उल्कापिंड टकराव: महासागरों या समुद्रों में उल्कापिंड के गिरने से भी जल में तीव्र हलचल उत्पन्न हो सकती है, जो सुनामी का कारण बनती है।
- ग्लेशियर का टूटना: ध्रुवीय क्षेत्रों में विशाल हिमखंडों के समुद्र में अचानक गिरने से उत्पन्न जल विस्थापन भी सुनामी की स्थिति उत्पन्न कर सकता है।
भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (INCOIS)
- यह केंद्र 1999 में हैदराबाद (तेलंगाना) में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त निकाय के रूप में स्थापित किया गया था, जिसका उद्देश्य महासागर से संबंधित खतरों के लिए शीघ्र चेतावनी प्रणाली में विशेषज्ञता विकसित करना है।
- यह अपने आंतरिक भारतीय सुनामी प्रारंभिक चेतावनी केंद्र (ITEWC) के माध्यम से तटीय आबादी के लिए सुनामी, तूफानी लहरों, ऊंची समुद्री लहरों आदि की चौबीसों घंटे निगरानी और चेतावनी सेवाएं प्रदान करता है।
- यूनेस्को के अंतर-सरकारी महासागरीय आयोग (IOC) ने हिन्द महासागर क्षेत्र के देशों को सुनामी चेतावनी प्रदान करने के लिए ITEWC को क्षेत्रीय सुनामी सेवा प्रदाता (RTSP) के रूप में नामित किया है।
- INCOIS को यूनेस्को के IOC/IODE द्वारा ‘राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान डेटा केंद्र’ के रूप में नामित किया गया हैऔर इसे ‘हिंद महासागर के लिए क्षेत्रीय आर्गो डेटा केंद्र’ के रूप में भी मान्यता प्राप्त है।
- INCOIS यूनेस्को के IOC में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का एक स्थायी सदस्य है और हिंद महासागर वैश्विक महासागर अवलोकन प्रणाली (IOGOOS) और महासागरों के अवलोकन के लिए साझेदारी (POGO) का संस्थापक सदस्य है।
Source
https://www.noaa.gov/explainers/science-behind-tsunamis#what-causes-tsunami
https://indianexpress.com/article/india/tsunami-india-russia-earthquake-10158539