संदर्भ:

पाकिस्तान ने भारत के प्रधानमंत्री को इस्लामाबाद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की शासनाध्यक्ष परिषद की आगामी बैठक में भाग लेने के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया है।

अन्य संबंधित जानकारी

  • पाकिस्तान शंघाई सहयोग संगठन के शासनाध्यक्ष परिषद (CHG) की अध्यक्षता कर रहा है तथा वह 15-16 अक्टूबर को शासनाध्यक्ष परिषद की बैठक आयोजित करेगा।
  • शंघाई सहयोग संगठन का शासनाध्यक्ष परिषद, समूह में दूसरा सर्वोच्च निकाय है। 
  • शासनाध्यक्ष परिषद की बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री या रक्षा मंत्री के स्तर पर किया जाता रहा है।
  • भारत ने वर्ष 2020 में शंघाई सहयोग संगठन शासनाध्यक्ष स्तर की बैठक की आभासी (वर्चुअल) तरीके से मेजबानी की थी, जिसमें पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व वहां के विदेश मामलों के संसदीय सचिव ने किया था।
  • समूह का सर्वोच्च निकाय शंघाई सहयोग संगठन राष्ट्राध्यक्ष परिषद (CHS) है और इसमें आमतौर पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भाग लेते हैं।
  • शंघाई सहयोग संगठन की अपनी पहली अध्यक्षता के तहत भारत जुलाई 2023 में वर्चुअल प्रारूप में शंघाई सहयोग संगठन राष्ट्राध्यक्ष परिषद की 23वीं बैठक की मेजबानी की थी।

शंघाई सहयोग संगठन क्या है?

  • शंघाई सहयोग संगठन एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसके गठन की घोषणा वर्ष 2001 में शंघाई (चीन) में की गई थी।
  • शंघाई सहयोग संगठन के संस्थापक सदस्यों में कजाकिस्तान गणराज्य, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना, किर्गिज गणराज्य, रूसी संघ, ताजिकिस्तान गणराज्य और उज्बेकिस्तान गणराज्य शामिल हैं।
  • जून 2017 में कजाकिस्तान के अस्ताना में भारत और पाकिस्तान को शंघाई सहयोग संगठन के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल किया गया। वर्ष 2001 में इसके गठन के बाद से यह संगठन का पहला विस्तार था।
  • ईरान वर्ष 2023 में शंघाई सहयोग संगठन में शामिल हो गया, जिससे सदस्य देशों की कुल संख्या नौ हो गयी।
  • हाल ही में जुलाई 2024 में बेलारूस शंघाई सहयोग संगठन का 10वां सदस्य देश बन गया।
  • शंघाई सहयोग संगठन का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय राष्ट्राध्यक्षों की परिषद है। यह वर्ष में एक बार बैठक करता है और संगठन के सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर निर्णय लेता है।
  • शंघाई सहयोग संगठन की आधिकारिक भाषाएँ चीनी और रूसी हैं।
  • वाराणसी शहर को वर्ष 2022-2023 की अवधि के लिए पहली शंघाई सहयोग संगठन पर्यटन और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में नामित किया गया था।
  • अल्माटी वर्ष 2023-2024 के लिए शंघाई सहयोग संगठन की सांस्कृतिक और पर्यटन राजधानी बन गई।

शंघाई सहयोग संगठन के लक्ष्य 

  • सदस्य राष्ट्रों के बीच आपसी विश्वास, मैत्री और अच्छे पड़ोसी संबंधों को मजबूत करना।
  • राजनीति, व्यापार, अर्थव्यवस्था, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, संस्कृति, शिक्षा, ऊर्जा, परिवहन, पर्यटन, पर्यावरण संरक्षण आदि क्षेत्रों में सदस्य राष्ट्रों के बीच प्रभावी सहयोग को प्रोत्साहित करना।
  • क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को संयुक्त रूप से सुनिश्चित करना और बनाए रखना।
  • एक नई लोकतांत्रिक, निष्पक्ष और तर्कसंगत अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देना।

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