संदर्भ:
हाल ही में, नई दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन असेंबली के 7वें सत्र में विश्व सौर रिपोर्ट श्रृंखला का तृतीय संस्करण जारी किया गया।
अन्य संबंधित जानकारी
- विश्व सौर रिपोर्ट श्रृंखला वैश्विक सौर विकास, निवेश प्रवृत्तियों, तकनीकी प्रगति और अफ्रीका की ग्रीन हाइड्रोजन क्षमता पर केंद्रित थी।
- 7वीं असेंबली ने 2024 से 2026 तक दो वर्ष की अवधि के लिए भारत को ISA का अध्यक्ष पुनः चुना क्योंकि भारत अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र दावेदार था। असेंबली ने इसी अवधि के लिए फ्रांस को सह-अध्यक्ष चुना।
रिपोर्ट के बारे में
विश्व सौर रिपोर्ट श्रृंखला के तृतीय संस्करण में 4 रिपोर्टें शामिल हैं:
विश्व सौर बाजार रिपोर्ट :
- इसमें वैश्विक सौर क्षमता में वृद्धि पर प्रकाश डाला गया है जो 2000 में 1.22 गीगावाट से बढ़कर 2023 में 1,418.97 गीगावाट हो गई और 2030 तक संभवतः 7,203 गीगावाट हो जाएगी।
- वैश्विक सौर विनिर्माण की क्षमता 2024 के अंत तक 1,100 गीगावॉट से अधिक होने का अनुमान है, जो PV पैनलों की अनुमानित मांग से दोगुने से भी अधिक है।
- स्वच्छ ऊर्जा उद्योग अब 16.2 मिलियन नौकरियाँ सृजित करता है, जिसमें 7.1 मिलियन के साथ सौर ऊर्जा अग्रणी है – जो 2022 के 4.9 मिलियन से 44% अधिक है।
विश्व निवेश रिपोर्ट:
- इसमें ऊर्जा निवेश के 2018 में 2.4 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2024 में 3.1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया है।
- सौर ऊर्जा में निवेश कुल नवीकरणीय ऊर्जा निवेश (673 बिलियन अमेरिकी डॉलर) का लगभग 59% (393 बिलियन अमेरिकी डॉलर) रहा, जो मुख्य रूप से सौर पैनल लागत में गिरावट के कारण संभव हुआ।
विश्व प्रौद्योगिकी रिपोर्ट:
- सौर PV मोनोक्रिस्टलाइन मॉड्यूल ने रिकॉर्ड तोड़ 24.9% दक्षता के साथ नई ऊंचाई को छुआ है – जो सौर ऊर्जा क्षमता को अधिकतम करने की दिशा में एक बड़ी छलांग है।
- विनिर्माण प्रक्रिया ने सिलिकॉन के उपयोग को काफी कम कर दिया है – 2004 में 16 ग्राम/Wp (ग्राम प्रति वाट पीक) से लेकर 2023 में 2 ग्राम/ Wp तक।
अफ़्रीकी देशों के लिए ग्रीन हाइड्रोजन तत्परता मूल्यांकन:
- यह जीवाश्म ईंधन पर अत्यधिक निर्भर उद्योगों को विकार्बनीकृत करने के लिए ग्रीन हाइड्रोजन की क्षमता पर प्रकाश डालता है। नवीकरणीय ऊर्जा से चालित वैद्युत-अपघटन (इलेक्ट्रोलिसिस) के माध्यम से उत्पादित ग्रीन हाइड्रोजन, कोयला, तेल और गैस का एक व्यवहार्य विकल्प प्रदान करता है, जो अफ्रीका के स्वच्छ ऊर्जा की ओर संक्रमण में सहायता करता है।
ISA असेंबली
- यह असेंबली ISA की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है, जो ISA के फ्रेमवर्क समझौते के कार्यान्वयन और इसके उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए समन्वित कार्रवाई से संबंधित निर्णय लेने के लिए प्रतिवर्ष बैठक करती है।
- यह सौर ऊर्जा की तैनाती, निष्पादन, विश्वसनीयता, लागत और वित्त के विस्तार के संदर्भ में कार्यक्रमों और अन्य गतिविधियों के समग्र प्रभाव का आकलन करता है।
- इससे पहले, ISA की छठी असेंबली में तीन महत्वपूर्ण मुद्दों अर्थात ऊर्जा पहुंच, ऊर्जा सुरक्षा और ऊर्जा संक्रमण पर ISA की प्रमुख पहलों पर विचार-विमर्श किया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA)
- इसकी संकल्पना भारत और फ्रांस द्वारा 2015 में पेरिस में आयोजित जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के 21वें सम्मेलन (COP21) के अवसर पर की गई थी।
- ISA का मुख्यालय गुरुग्राम, हरियाणा, भारत में है। (ISA भारत में मुख्यालय वाला पहला अंतर्राष्ट्रीय अंतर-सरकारी संगठन बन गया)।
- ISA अपनी “टुअर्ड्स 1000” रणनीति द्वारा निर्देशित है, जिसका उद्देश्य 2030 तक सौर ऊर्जा समाधानों में 1,000 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश जुटाना है। इसके उद्देश्य में स्वच्छ ऊर्जा समाधानों का उपयोग करते हुए 1,000 मिलियन लोगों तक ऊर्जा पहुंचाने के साथ-साथ 1,000 गीगावाट सौर ऊर्जा क्षमता की स्थापना करना भी है।