संदर्भ
अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) की स्थापना के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 17 मई को विश्व दूरसंचार एवं सूचना समाज दिवस (World Telecommunication and Information Society Day-WTISD) मनाया जाता है।
अन्य संबंधित जानकारी
- इस वर्ष विश्व दूरसंचार एवं सूचना समाज दिवस का विषय है –“सतत विकास के लिए डिजिटल नवाचार” (Digital Innovation for Sustainable Development)।
- इस दिवस का उद्देश्य इंटरनेट तथा अन्य सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों (ICTs) के उपयोग से समाजों और अर्थव्यवस्थाओं में आने वाली संभावनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ डिजिटल विभाजन को पाटने के तरीकों के बारे में भी जागरूकता बढ़ाना है।
दिवस की पृष्ठभूमि
- यह दिवस वर्ष 1865 में प्रथम अंतरराष्ट्रीय टेलीग्राफ कन्वेंशन पर हस्ताक्षर का प्रतीक है ।
- विश्व दूरसंचार दिवस वर्ष 1969 से प्रतिवर्ष 17 मई को मनाया जाता है।
- इसे वर्ष 1973 में मालागा-टोर्रेमोलिनोस (Malaga-Torremolinos) में साधिकार सम्मेलन द्वारा संकल्प 46 के रूप में स्थापित किया गया था।
- नवंबर 2005 में, सूचना समाज पर विश्व शिखर सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र महासभा से सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों के महत्व पर ध्यान केंद्रित करने के लिए 17 मई को विश्व सूचना समाज दिवस के रूप में घोषित करने का आह्वान किया गया।
विश्व दूरसंचार एवं सूचना समाज दिवस का महत्व
- यह डिजिटल उपकरण और समाधान वर्ष 2030 तक संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों में उल्लिखित 70 प्रतिशत लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में समुचित कदम उठाने में काफी अधिक मदद कर सकता हैं।
- यह तेजी से बदलती डिजिटल परिवेश द्वारा उत्पन्न कठिनाइयों और संभावनाओं पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करता है।
- यह दिवस यह जानने का अवसर प्रदान करता है कि किस प्रकार डिजिटल नवाचार सभी को जोड़ने के साथ-साथ सभी के लिए स्थायी समृद्धि लाने में मदद कर सकता है।
- विश्व दूरसंचार एवं सूचना समाज दिवस, 2024 विश्व को अभी तक की गई विकास का स्मरण करता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर कोई डिजिटल प्रौद्योगिकियों से लाभान्वित हो सके।
भारत हेतु इस दिवस का उत्सव
इस अवसर पर भारत सरकार के प्रमुख दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास केंद्र, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स (सी-डॉट) ने निम्नलिखित विशेष पहल की घोषणा की है: –
- निधि: इसके अंतर्गत, शीर्ष 10 महिला-नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स (उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त) को वित्त पोषण और सहायता सहित आवश्यक स हायता प्रदान की जाएगी।
- स्टार कार्यक्रम: इसके अंतर्गत, शीर्ष 20 NIRF (राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग वाले इंजीनियरिंग संस्थानों में से प्रत्येक के पीएचडी छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।