संदर्भ:

हाल ही में जारी विश्व वन स्थिति रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2022 में लकड़ी का वैश्विक उत्पादन 4 बिलियन क्यूबिक मीटर (m³) के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर था और वर्ष 2050 तक इसके बढ़ने की उम्मीद है।

मुख्य अंश

  • खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) की नवीनतम रिपोर्ट से पता चला है कि वर्ष 1961 से वर्ष 1990 तक राउंडवुड के निष्कर्षण में वृद्धि हुई तथा उसके बाद अगले दो दशकों तक यह लगभग 3.5 बिलियन क्यूबिक मीटर वार्षिक पर स्थिर रहा।
    यह रिपोर्ट खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा हर दो साल में जारी की जाती है।
  • वर्ष 2010 के आसपास, राउंडवुड का उत्पादन फिर से बढ़ने लगा, जिसके परिणामस्वरूप वर्ष 1990 के स्तर की तुलना में 2022 तक वैश्विक उत्पादन में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसी अवधि में, दुनिया की आबादी में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई, और प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद में 174 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

उपयोग 

  • हाल के वर्षों में विश्व से राउंडवुड का निष्कर्षण प्रतिवर्ष लगभग 4 बिलियन क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया है।
    इनमें से लगभग आधे को ईंधन के लिए जलाया गया है, या तो सीधे तौर पर ईंधन के रूप में या फिर गुटिका और लकड़ी का कोयला बनाने में।
    शेष 2 बिलियन क्यूबिक मीटर लकड़ी का अधिकांश भाग औद्योगिक राउंडवुड या कच्चे माल के रूप में उपयोग किया जाता है, जिसका उपयोग लकड़ी, लकड़ी आधारित पैनल और लकड़ी की लुगदी बनाने के लिए किया जाता है।
  • रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि लगभग 2.3 बिलियन लोग मुख्य रूप से खाना पकाने और गर्मी पैदा करने के लिए लकड़ी के बायोमास पर निर्भर हैं तथा 82% लकड़ी ईंधन की खपत अफ्रीका, एशिया और दक्षिण अमेरिका में होती है।
  • शेष 18% का उपभोग यूरोप, उत्तरी अमेरिका और अन्य क्षेत्र करते हैं।

माँग

  • वर्ष 2018 में औद्योगिक राउंडवुड के उत्पादन में अब तक की सर्वाधिक वृद्धि हुई, जो कि विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण में सबसे विश्वसनीय और किफायती ऊर्जा स्रोत है।
  • रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 1961 और वर्ष 2022 के बीच समग्र उत्पादन में लकड़ी ईंधन की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत से घटकर 49.4 प्रतिशत हो गई है।

भविष्य के अनुमान

  • विश्व में राउंडवुड का उत्पादन वर्ष 2022 से वर्ष 2030 तक 4-8% बढ़ने की उम्मीद है तथा वर्ष 2022 से वर्ष 2050 तक उत्पादन में 6-32% की वृद्धि होने की संभावना है।
  • रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया है कि वर्ष 2050 तक यह 240-1200 मिलियन टन तक पहुंच सकता है, हालांकि, सौर ऊर्जा को अपनाने और खाना पकाने की उन्नत तकनीक जैसे कारकों के कारण लकड़ी के ईंधन की खपत में थोड़ी गिरावट आ सकती है।
  • अनुमान है कि वर्ष 2050 में जंगलों से प्राप्त होने वाले लकड़ी के ईंधन की वैश्विक खपत 2.3 से 2.7 बिलियन टन तक होगी। यह वर्ष 2022 में खपत के स्तर की तुलना में 17 से 37 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। 

Also Read:

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