संदर्भ: 

हाल ही में, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department-IMD) ने बताया है कि दक्षिण-पश्चिम और इसके निकटवर्ती पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र (चक्रवात) बना है, जिसे रेमल (Remal) के नाम से जाना जाएगा।

अन्य संबंधित जानकारी:

  • भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, झंझावात (तूफान) आगे चलकर अवदाब (डिप्रेशन) में तब्दील होने के साथ-साथ पूर्वोत्तर (उत्तर-पूर्व) की ओर बढ़ सकता है।
  • इसके अतिरिक्त, अमेरिकी नौसेना के संयुक्त तूफान चेतावनी केंद्र (Joint Typhoon Warning Centre-JTWC) ने भी बंगाल की खाड़ी में दबाव के संबंध में चेतावनी जारी की।
  • अमेरिका के वैश्विक पूर्वानुमान प्रणाली (Global Forecasting System-GFS) के पूर्वानुमान के अनुसार, रेमल चक्रवात शनिवार की सुबह उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी बन सकता है तथा रविवार को भारत के पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों से टकरा सकता है।
  • द वेदर चैनल (The Weather Channel-TWC) के अनुसार, चक्रवात बनने की संभावना तो है, लेकिन इसके गंभीर या बहुत गंभीर चक्रवाती झंझावात में तब्दील होने की संभावना कम है।

चक्रवात

  • चक्रवात, हवाओं की एक व्यापक प्रणाली है, जो भूमध्य रेखा के उत्तर में वामावर्त दिशा में तथा दक्षिण में दक्षिणावर्त दिशा में कम वायुमंडलीय दबाव के केंद्र के चारों ओर घूमती है।

उष्णकटिबंधीय चक्रवात के बनने के लिए जिम्मेदार स्थितियाँ    

  • समुद्र सतह के तापमान का 27 डिग्री सेल्सियस से अधिक होना।
  • कोरिओलिस बल की उपस्थिति का होना। 
  • ऊर्ध्वाधर हवा में छोटा-सा बदलाव होना।  
  • कमज़ोर निम्न दबाव का होना।  
  • ऊपरी अपसरण

“रेमल” (Remal) नाम के पीछे की वजह 

  • विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organization-WMO) ने वर्ष 2020 में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बनकर उत्तरी हिंद महासागर की ओर आने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नामों की एक सूची संकलित करने का निर्णय लिया।
  • उस वर्ष भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा 169 चक्रवातों के नामों की सूची उपलब्ध कराई गई थी।
  • यह सूची इस बात को बताता है कि यदि बंगाल की खाड़ी में बनने वाला वर्तमान चक्रवाती परिसंचरण तीव्र होकर चक्रवात में बदलता है तो इसका नाम ‘रेमल’ रखा जाएगा।

चक्रवात का संभावित प्रभाव:

  • भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पूर्वानुमान लगाया है कि उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर और ओडिशा के बालासोर जिलों के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा के साथ व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा होगी।
  • भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर सभी के लिए इसी प्रकार के पूर्वानुमान लगाया हैं।

Also Read:

नेगलेरिया फाउलेरी : एक ‘ब्रेन इटिंग अमीबा’

Shares: