संदर्भ:
श्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है।
अन्य संबंधित जानकारी
श्री चौधरी चरण सिंह, भारत के पांचवें प्रधानमंत्री थे। इन्होंने वर्ष 1979 से 1980 तक देश की सेवा की और वे किसानों के हित के प्रबल समर्थक थे।
- इस दिन उनके अमूल्य योगदान का उत्सव मनाया जाता है जो कृषि सुधारों और राष्ट्र निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है।
- उन्हें वर्ष 2024 में भारत रत्न सम्मान (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया था।
इस वर्ष, राष्ट्रीय किसान दिवस 2024 का विषय “समृद्ध राष्ट्र के लिए ‘अन्नदाता’ को सशक्त बनाना” है।
कृषि और किसान कल्याण विभाग के लिए सरकार का बजट वर्ष 2013-14 में 21,933.50 करोड़ रुपये था जो वर्ष 2024-25 में उल्लेखनीय रूप से बढ़कर 1,22,528.77 करोड़ रुपये हो गया है।
- यह पांच गुना वृद्धि किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने और सतत कृषि विकास को बढ़ावा देने के लिए देश की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
राष्ट्र निर्माण में किसानों की भूमिका
- कृषि भारत की अर्थव्यवस्था की आधारशिला है, जो देश की लगभग आधी आबादी को रोजगार देती है। वित्त वर्ष 2023-24 में सकल मूल्य वर्धित (GVA) में इसका योगदान 17.7% रहा।
- भारत की 54.8% से अधिक भूमि कृषि के लिए उपयोग किया जाता है, जो किसान खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण विकास के पीछे प्रेरक शक्ति हैं।
2023-24 में, भारत ने 332.2 मिलियन टन का रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन हासिल किया, जो पिछले वर्ष के उत्पादन से अधिक है, जो भारतीय किसानों की दृढ़ता और अटूट समर्पण को दर्शाता है। किसानों के कल्याण हेतु सरकार की प्रमुख पहल
पीएम-किसान योजना, 2018:
- पीएम किसान भारत सरकार से 100% वित्तपोषण के साथ एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है।
- इस योजना के तहत सभी भूमिधारक किसान परिवारों को तीन समान किस्तों में प्रति वर्ष 6,000 रुपये की आय सहायता प्रदान की जाएगी।
संशोधित ब्याज अनुदान योजना (MISS), 2016:
- यह योजना 3 लाख रुपये तक के ऋण पर 7% ब्याज दर के साथ रियायती अल्पकालिक कृषि-ऋण प्रदान करती है और समय पर पुनर्भुगतान के लिए अतिरिक्त 3% अनुदान प्रदान करती है, जिससे प्रभावी दर 4% तक कम हो जाती है।
किसान क्रेडिट कार्ड, 1998:
- यह योजना किसानों को कृषि आदानों और उत्पादन आवश्यकताओं के लिए नकदी तक आसान पहुंच प्रदान करती है।
कृषि अवसंरचना निधि, 2020:
- इसे आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य पूरे भारत में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण द्वारा स्थायी कृषि के लिए सहायता प्रदान करना है।
अन्य नवीनतम पहल
- नमो ड्रोन दीदी: 2024-26 के लिए स्वीकृत, यह योजना उर्वरक और कीटनाशक अनुप्रयोग जैसी कृषि सेवाओं के लिए ड्रोन प्रदान करके 15,000 महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाती है।
- किसान कवच: इसे 17 दिसंबर, 2024 को शुरू किया गया है, जो भारत का पहला कीटनाशक-रोधी बॉडीसूट है, जिसे किसानों को हानिकारक कीटनाशक जोखिम से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- स्वच्छ पौध कार्यक्रम: 9 अगस्त, 2024 को स्वीकृत यह कार्यक्रम बागवानी फसलों की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार के लिए रोग मुक्त रोपण सामग्री प्रदान करता है।
- डिजिटल कृषि मिशन: 2 सितंबर, 2024 को स्वीकृत, यह पहल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और डिजिटल सामान्य फसल अनुमान सर्वेक्षण जैसी प्रौद्योगिकियों के माध्यम से डिजिटल कृषि का समर्थन करती है।
- NMEO-तिलहन: इस मिशन का शुभारंभ 3 अक्टूबर, 2024 को किया गया है जो घरेलू तिलहन उत्पादन को बढ़ावा देने और खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने पर केंद्रित है।
- राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन: इस पहल का शुभारंभ 25 नवंबर, 2024 को किया गया, जो देश में रसायन मुक्त, सतत कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देती है।