संदर्भ:

भारत ने नागर विमानन पर दूसरे एशिया प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के बाद नागर विमानन पर दिल्ली घोषणापत्र को सर्वसम्मति से अपनाया।

अन्य संबंधित जानकारी

  • केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (International Civil Aviation Organization-ICAO) के सहयोग से 11 से 12 सितंबर तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में दो दिवसीय कार्यक्रम की मेजबानी की।
  • नागर विमानन पर दूसरा एशिया प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (APMC) में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन की 80वीं वर्षगांठ भी मनायी गई।

नागर विमानन पर दिल्ली घोषणापत्र

  • यह एक व्यापक रूपरेखा है जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ाना, उभरती चुनौतियों का समाधान करना तथा नागर विमानन क्षेत्र में सतत विकास को बढ़ावा देना है।

अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO)

  • यह वर्ष 1944 में स्थापित एक संयुक्त राष्ट्र एजेंसी है।
  • इसका उद्देश्य वैश्विक नागर विमानन प्रणाली के सतत विकास को हासिल करना है।
  • वर्तमान में इसके 193 सदस्य देश हैं, जिनमें 36 परिषद सदस्य देश शामिल हैं। भारत भी परिषद का सदस्य देश है।
  • अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन परिषद एक शासी निकाय है जो सचिवालय की निगरानी और विधानसभा के सत्र में न होने पर अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन के माध्यम से चल रहे राजनयिक और तकनीकी निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार है।
  • अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन ने वर्ष 2050 तक शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
  • मुख्यालय: मॉन्ट्रियल, कनाडा

भारत में नागर विमानन

  • भारत का हवाई अड्डा बुनियादी ढांचा वर्ष 2014 में 74 परिचालन हवाई अड्डों से बढ़कर वर्ष 2024 में 157 हो गया।
  • भारत का वर्ष 2047 तक 350-400 हवाई अड्डे स्थापित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य है।
  • नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के अनुसार, भारत में 15% पायलट महिलाएं हैं, जो वैश्विक औसत 5% से अधिक है, लेकिन महिलाओं, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों के लिए पायलट प्रशिक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए कोई विशेष कार्यक्रम नहीं हैं।
  • भारत के प्रधानमंत्री ने एशिया भर में भगवान बुद्ध से संबंधित पवित्र स्थानों को जोड़ने के लिए एक ‘अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सर्किट’ के निर्माण का प्रस्ताव रखा है।
  • उड़े देश का आम नागरिक-उड़ान (UDAN) योजना के माध्यम से भारत के क्षेत्रीय संपर्क मॉडल ने 583 नए क्षेत्रीय मार्ग खोले हैं।
  • ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान शुरू किया गया था, जिसके तहत अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन की स्थापना के 80 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 80,000 पौधे लगाए गए।

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