संदर्भ :
जीनोम इंडिया परियोजना ने 83 जनसंख्या समूहों के 10,000 व्यक्तियों की आनुवंशिक विविधता का मानचित्रण करते हुए अपना पहला चरण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और डेटा अब उपयोग के लिए उपलब्ध है।
अन्य संबंधित जानकारी
- जीनोम इंडिया परियोजना (GIP) के प्रारंभिक निष्कर्ष, जिसमें 20 भारतीय शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों के 100 से अधिक वैज्ञानिक शामिल थे, हाल ही में नेचर जेनेटिक्स में प्रकाशित हुए ।
- परियोजना के पूर्ण परिणाम अगले वर्ष प्रकाशित किये जाने की योजना है।
जीनोम का अर्थ :

- जीनोम किसी जीव में DNA या आनुवंशिक पदार्थ का सम्पूर्ण समूह होता है।
- इसमें जीव के विकास, अंग कार्य और DNA मरम्मत के निर्देश शामिल होते हैं।
- किसी व्यक्ति के पूर्ण जीनोम का अर्थ है मानव DNA में चार न्यूक्लियोटाइड अणुओं को लगभग तीन अरब लम्बे अनुक्रम में व्यवस्थित करने का सटीक क्रम प्राप्त करना।
- ये चार न्यूक्लियोटाइड अणु – एडेनिन, थाइमिन, साइटोसिन और ग्वानिन, या केवल A, T, C और G – एक फॉस्फेट अणु और एक शर्करा अणु के साथ मिलकर लंबे दोहरे हेलिक्स DNA स्ट्रैंड का निर्माण करते हैं, जो अनिवार्य रूप से व्यक्ति का आनुवंशिक खाका होता है।
- सभी मनुष्यों में 99.9% से अधिक न्यूक्लियोटाइड अनुक्रम एक समान होता है। यह 0.1% का अंतर ही है जो किसी व्यक्ति को अद्वितीय बनाता है
जीनोम इंडिया परियोजना के बारे में
- जीनोम इंडिया जनवरी 2020 में शुरू की गई एक राष्ट्रीय परियोजना है और इसे भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वित्त पोषित किया गया है।
- इसका लक्ष्य पूरे भारत में स्वस्थ लोगों के 10,000 जीनोमों का अनुक्रमण करना है।
- इस परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य भारत की जनसंख्या में आनुवंशिक विविधताओं की एक विस्तृत सूची तैयार करना है, जिसमें इसकी अद्वितीय विविधता को समाहित किया जा सके।
परियोजना का महत्व

- जीनोम डाटाबेस से व्यक्तिगत चिकित्सा तथा तीव्र एवं कुशल निदान की संभावना खुलेगी।
- यह पहल भारत को जीनोमिक्स में अग्रणी स्थान दिलाती है, जिससे कम लागत वाली निदान और अनुसंधान गतिविधियों के लिए रोग-विशिष्ट आनुवंशिक चिप्स (प्रिसिजन मेडिसिन) का विकास संभव हो सकेगा।
- यह डेटा अत्याधुनिक अनुसंधान के लिए आधार का काम करेगा और mRNA आधारित टीके, प्रोटीन निर्माण और आनुवंशिक विकार उपचार जैसे क्षेत्रों में नवाचारों को उत्प्रेरित करेगा।