संदर्भ:
हाल ही में, UNCCD COP-16 में शुष्क भूमि पर कृषि को प्रोत्साहित करने हेतु एक वैश्विक रणनीति शुरू की गई।
अन्य संबंधित जानकारी
- इसे अंतर्राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान केंद्रों का संघ (कंसोर्टियम ऑफ इंटरनेशनल एग्रीकल्चरल रिसर्च सेंटर्स-CGIAR) द्वारा शुरू किया गया है। यह एक वैश्विक साझेदारी है, जो खाद्य सुरक्षा पर अनुसंधान में शामिल अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को एक साथ लाती है।
- इस रणनीति का नाम CGIAR 2030 ग्लोबल स्ट्रैटेजी फॉर रेसिलिएंट ड्राईलैंड्स (GSRD) है।
- इसे सऊदी अरब के रियाद में संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण रोकथाम अभिसमय (UNCCD) के 16वें कांफ्रेंस ऑफ़ पार्टीज (COP-16) में शुरू किया गया है।
- इस पहल का नेतृत्व करने वाले CGIAR केंद्र: शुष्क क्षेत्रों में कृषि अनुसंधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (ICARDA) और अंतरराष्ट्रीय अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय फसल अनुसंधान संस्थान (ICRISAT)।
रणनीति की आवश्यकता
- विश्व की एक-तिहाई आबादी अर्थात् 2.7 बिलियन जनसंख्या शुष्क भूमि वाले क्षेत्र में निवास करती है।
- विश्व के लगभग आधे पशुधन तथा 44% खाद्य प्रणालियाँ शुष्क भूमि क्षेत्रों मे हैं।
- शुष्क भूमि क्षेत्रों को सुभेद्य पारिस्थितिकी तंत्र माना जाता है, जिनमें 20-35% तक की कमी आ चुकी है।
- शुष्क भूमि क्षेत्र जलवायु परिवर्तन से प्रभावितों के मामले में अग्रणी है, तथा वहाँ का तापमान वृद्धि की दर अन्य क्षेत्रों की तुलना में 20 से 40% अधिक है।
ग्लोबल स्ट्रैटेजी फॉर रेजिलिएंट ड्राईलैंड (GSRD)
- यह जल की कमी, भूमि क्षरण और मरुस्थलीकरण से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
- इसके वैश्विक जलवायु अनुकूलन रणनीतियों के केंद्र शुष्क कृषि भूमि है।
- इसका उद्देश्य पारंपरिक शुष्क भूमि दृष्टिकोण को अत्याधुनिक जलवायु-स्मार्ट कृषि में एकीकृत करता है।
- इसमें सौर ऊर्जा चालित एग्रीवोल्टाइक – कृषि और फोटोवोल्टाइक (PV), उन्नत कृषि वानिकी, उन्नत पशुधन आहार पद्धतियाँ जैसे प्रौद्योगिकियों का उपयोग तथा जौ, मसूर, चना और कैक्टस जैसी जलवायु-अनुकूल फसलों के उत्पादन को प्रोत्साहित करना शामिल है।
संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण रोकथाम अभिसमय (UNCCD) के बारे में
यह वर्ष 1992 के रियो पृथ्वी शिखर सम्मेलन में हुई तीन प्रमुख संधियों में से एक है।
- अन्य दो संधिया हैं: जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC), और जैव विविधता पर कन्वेंशन (CBD)।
यह मरुस्थलीकरण की समस्या से निपटने के लिए स्थापित एकमात्र अंतरराष्ट्रीय रूप से बाध्यकारी फ्रेमवर्क है।
कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज (COP) UNCCD के 197 पक्षों का निर्णय लेने वाला मुख्य निकाय है। इसमें 196 देश और एक यूरोपीय संघ शामिल हैं।
कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज (COP) का 16वाँ सम्मेलन (COP16) सऊदी अरब के रियाद आयोजित हो रहा है। यह 2 से 13 दिसंबर, 2024 तक चलेगा। इसका थीम ‘हमारी भूमि, हमारा भविष्य (Our Land, Our Future)’ है।