संदर्भ : 

हाल ही में, पृथ्वी से टकराने वाले एक तेज़ सौर तूफान के दौरान, लद्दाख के हानले गाँव के ऊपर एक ऑरोरा बोरियालिस (Aurora Borealis) देखा गया था।

अन्य संबंधित जानकारी :

  • ऑरोरा बोरियालिस संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और चीन सहित विश्व के कुछ हिस्सों में 
  • ऑरोरा ऑस्ट्रेलिस न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में देखी गई। ।
  • भारतीय खगोलीय वेधशाला ने लद्दाख के हानले क्षेत्र में सरस्वती पर्वत के ऊपर ऑरोरा बोरियालिस को कैद किया, जो 34-36°N जैसे निम्न अक्षांशों पर एक दुर्लभ दृश्य है । 

ऑरोरा के बारे में:

  • ऑरोरा प्राकृतिक रोशनी है जो रात के आकाश में रंगीन पर्दों की तरह दिखती है।
  • इसे विभिन्न रंगों में देखा जाता है जैसे नीला, लाल, पीला, हरा और नारंगी आदि।
  • यह आमतौर पर पूरे वर्ष उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के पास दिखाई देती है, लेकिन कभी-कभी इसे निम्न अक्षांशों में भी देखा जा सकता है ।
  • उत्तर में इसे ऑरोरा बोरियालिस कहा जाता है, और दक्षिण में ऑरोरा ऑस्ट्रेलिस के नाम से जाना जाता है ।

ऑरोरा के कारण:

  • यह सूर्य की सतह पर होने वाली गतिविधि के कारण दिखाई देता है।
  • सूर्य आवेशित कणों (इलेक्ट्रॉनों और प्रोटॉन) और चुंबकीय क्षेत्रों की तरंगो को उत्सर्जित करता  है जिसे सौर पवन कहा जाता है। जब यह सौर पवन पृथ्वी के निकट आती है तो पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र एक ढाल की तरह कार्य करते हुए इसे विक्षेपित कर देता है। लेकिन इनमें से कुछ आवेशित कण पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में प्रवेश कर  जाते हैं और ध्रुवों तक पहुंच जाते हैं, जहां वे पृथ्वी ऊपरी वायुमंडल में प्रवेश करते हैं। वहां , सौर वायु के कण विभिन्न गैसों के साथ क्रिया करते हैं, जिससे आकाश में प्रकाश की चमक पैदा होती है।
  • जब ये कण ऑक्सीजन से टकराते हैं तो हरी रोशनी दर्शाते हैं और जब नाइट्रोजन से टकराते हैं तो नीली और बैंगनी रोशनी आदि दर्शाते हैं।
  • सौर ज्वालाओं और कोरोनल मास इजेक्शन (CME) के कारण सौर पवन सशक्त होने पर ऑरोरा कभी-कभी निम्न अक्षांशों तक पहुंच जाते हैं।
  • सौर पवन में ऊर्जा के ये अतिरिक्त विस्फोट भू-चुंबकीय तूफान का कारण बन सकते हैं, जो पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में अस्थायी गड़बड़ी उत्पन्न क्र सकता हैं।
  • मध्य अक्षांशों में अरोरा देखा जा सकता है ।
  • हाल ही में, इनमें से एक तूफान सूर्य से निकली ऊर्जा के बड़े विस्फोट के पृथ्वी से टकराने के बाद आया।
  • राष्ट्रीय महासागरीय एवं वायुमंडलीय प्रशासन (NOAA) ने इस तूफान को “चरम” कहा है तथा चेतावनी दी है कि ऊर्जा के और अधिक विस्फोट शीघ्र ही पृथ्वी पर आ सकते हैं।

ऑरोरा का प्रभाव

  • जीपीएस, रेडियो और उपग्रह संचार , उड़ानें, पावर ग्रिड और अंतरिक्ष मिशन जैसे कार्य प्रभावित हो सकते हैं ।
  • तीव्र सौर गतिविधि शरीर की सर्कडियन सामंजस्य , तंत्रिका तंत्र, हृदय गति और रक्तचाप को असंतुलित कर सकती है, भले ही ऑरोरा दिखाई न दे ।

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